मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीधी के आदिवासी दशमत रावत को आज मुख्यमंत्री आवास बुलाकर उनका पैर धोकर माफ़ी मांगी। मुख्यमंत्री ने दशमत के साथ अपने आवास में बैठकर लंच भी किया। मध्य प्रदेश के सीधी जिले में एक आदिवासी समाज के मजदूर पर भाजपा के नेता और स्थानीय विधायक केदार शुक्ला के प्रतिनिधि प्रवेश शुक्ला द्वारा पेशाब करने का वीडियो वायरल होने के बाद सामाजिक और राजनैतिक क्षेत्र में बड़ा आक्रोश देखने को मिला। इस वीडियो के वायरल होने के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस ने भाजपा पर पुरअसर हमला बोल दिया।
वीडियो में साफ़ दिख रहा था कि प्रवेश शुक्ला आदिवासी दशमत के ऊपर पेशाब कर रहा था। इस अमानवीय हरकत को देखकर समाज के हर तबके ने मानवाधिकार की दुहाई देते हुए भाजपा को घेरना शुरू कर दिया। विपक्ष के साथ आम आदमी भी इस घटना की निंदा करते हुए भाजपा के चरित्र पर उंगली उठाने लगा। विपक्ष के हमले का असर यह रहा कि फौरी तौर पर इस घटना पर बोलने के लिए राज्य के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को आगे आना पड़ा। नरोत्तम मिश्र ने पहले महज मुख्यमंत्री के उस आदेश का हवाला देकर मामले से पल्ला झाड़ना चाहा, जिसमें मुख्यमंत्री ने कहा था कि आरोपी के खिलाफ ‘एनएसए’ के साथ सभी उपयुक्त धाराओं में कार्यवाही होगी।
सीधी में निंदनीय और घृणित कृत्य हुआ है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और
पूरे मामले में कानून अपना काम कर रहा है। आरोपी के अतिक्रमण पर बुलडोजर चलेगा। pic.twitter.com/jemdz73HQk— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) July 5, 2023
आरोपी प्रवेश शुक्ला के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 294 (अश्लील कृत्य) और 504 (शांति भंग करने के लिए जान-बूझकर अपमान) और एससी/ एसटी अधिनियम के अनुसार प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
आरोपी पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के अनुसार भी आरोप लगाए गए हैं। बता दें कि आरोपी को अरेस्ट किए जाने के बाद शिवराज सरकार ने बुधवार को आरोपी के घर के कुछ हिस्सों को बुलडोजर से ढहा दिया था।
आदिवासी व्यक्ति के अपमान को लेकर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ ने भाजपा सरकार पर जमकर हमले किये और इसी बहाने उन्होंने मौजूदा भाजपा सरकार में क़ानून की स्थिति को लेकर भी शिवराज पर हमला बोला।
सीधी जिले में जो घटना हुई है उसने मध्यप्रदेश को पूरे देश में कलंकित किया है। ये घटना बताती है कि आदिवासी समाज जो मध्यप्रदेश में सबसे अधिक हैं उनके क्या हालात हैं।
शिवराज सरकार के 18 साल बाद ये कानून व्यवस्था मध्यप्रदेश में है, ये न्याय है हमारे आदिवासी भाइयों के साथ।
―कमलनाथ pic.twitter.com/1NV40OmjMo
— MP Congress (@INCMP) July 6, 2023
इस मामले में प्रियंका गांधी ने भी सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि आदिवासी हितों पर भाजपा सिर्फ कोरी बातें करती है।
मध्य प्रदेश में भाजपा विधायक के एक करीबी द्वारा आदिवासी युवक के साथ की गई अमानवीय व घृणित हरकत बेहद शर्मनाक है।
प्रदेश में भाजपा के 18 साल के शासन में आदिवासियों पर अत्याचार के 30,400 मामले सामने आए हैं।
भाजपा राज में आदिवासी हितों पर केवल कोरे दावे और कोरी बातें हैं।…
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 5, 2023
विपक्ष की इस तरह की बयानबाजी और आदिवासी समाज के व्यक्ति के भाजपा नेता द्वारा उत्पीड़न की वजह से आदिवासी समाज भी भाजपा से दूर जाता दिखा। इस बिखराव को रोकने के लिए शिवराज सिंह चौहान ने अलग ही स्क्रिप्ट लिखवानी शुरू कर दी। गुरूवार को आदिवासी दशमत रावत को उन्होंने अपने आवास पर बुलाकर उनका पैर धोया और पैर धोने का वीडियो भी मीडिया में पोस्ट करने के साथ कहा कि, ‘यह वीडियो मैं आपके साथ इसलिए साझा कर रहा हूँ कि सब समझ लें कि मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान है तो जनता भगवान है। किसी के साथ अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।राज्य के हर नागरिक का सम्मान मेरा सम्मान है’।
यह वीडियो मैं आपके साथ इसलिए साझा कर रहा हूँ कि सब समझ लें कि मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान है, तो जनता भगवान है।
किसी के साथ भी अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। राज्य के हर नागरिक का सम्मान मेरा सम्मान है। pic.twitter.com/vCuniVJyP0
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) July 6, 2023
शिवराज सिंह चौहान पौधा लगाने के लिए दशमत रावत को भोपाल के स्मार्ट सिटी पार्क भी ले गए। जहाँ शिवराज सिंह ने दशमत के साथ मिलकर पौधारोपड़ भी किया।