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उत्तर प्रदेश
‘ढाई आखर प्रेम’ की यात्रा ने झारखंड में अलख जगाया
आज़ादी के पचहत्तरवें वर्ष में प्रवेश के साथ ही समूचे देश में नफरत की आँधी तेज़ की जा रही है। सामान्य जन अपने प्रजातांत्रिक...
कोरोना की चौथी लहर का इंतजार क्यों?
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के दरमियान 137 दिन तक पेट्रोल, डीजल और गैस के दाम नहीं बढ़े थे, मगर चुनाव खत्म होने के...
क्या दलित वोटर बसपा का ‘भाईचारा’ नकार रहे हैं?
2020 के चुनाव का क्रमिक विश्लेषण – भाग 4
उत्तर प्रदेश में बसपा के केवल एक सीट के रूप में चौंकाने वाले परिणाम पार्टी के...
योगी का ठाकुरवाद ब्राम्हणवाद की ओट भर है
2020 के चुनाव का क्रमिक विश्लेषण - भाग 2
योगी आदित्यनाथ पर ठाकुरों को तरजीह देने का आरोप लगाया जाता रहा है और यह दावा...
लोकतंत्र बनाम लोकतंत्र
हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों के कुछ बड़े निहितार्थ हैं जिन पर हमें ध्यान देने की आवश्यकता है। परिणाम केवल उन पांच...
पांच राज्यों का चुनाव परिणाम, इतिहास रचने वाला रहा!
पांच राज्यों का विधानसभा चुनाव परिणाम, इतिहास रचने वाला रहा, जहां एक तरफ भारतीय जनता पार्टी ने लगभग चार दशक बाद उत्तर प्रदेश में...
छुट्टा पशुओं से खेती की बर्बादी का विकल्प क्या है?
गौशाला के संचालन में होने वाले अन्य व्यय जैसे सुरक्षा, पानी, छाया, चिकित्सा, टीकाकरण आदि पर होने वाले व्यय को देखा जाय तो न्यूनतम 100 प्रतिदिन प्रति पशु से कम खर्च नही होगा, ऐसे में किसी भी गौशाला को सरकारी सहायता से लम्बे समय तक संचालित कर पाना संभव और व्यवहारिक नही है। एक-दो प्रतिष्ठित और स्वनामधन्य गौशालाओं जिनका संचालन किसी बड़ी संस्था या समूह द्वारा किया जा रहा हो को कुछ आर्थिक सहयोग समाज से प्राप्त हो जाता है किन्तु ग्राम स्तर पर संचालित गौशाला के लिए यह अकल्पनीय बात है कि यहाँ कोई आर्थिक मदद समाज से सतत रूप में मिलेगी।
कांग्रेस ने फिर खुद को बहुजनों का वर्ग-मित्र साबित किया!
23 फ़रवरी को जब उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 के चौथे चरण का वोट चल रहा था, इसी दरम्यान एक ऐसी खबर राजस्थान...
कौन होगा छुपा रुस्तम और कौन होगा किंगमेकर?
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर देश के राजनीतिक पंडित और राजनीतिक विशेषज्ञ मान रहे हैं कि प्रदेश में भाजपा या समाजवादी पार्टी सरकार...
ईसाइयों पर धर्म परिवर्तन का आरोप लगाकर हमला करना हिन्दू फासीवादी संगठनों का सुनियोजित षड्यंत्र
जैसे-जैसे साम्प्रदायिक राष्ट्रवाद और मजबूत, और मुखर होता जा रहा है वैसे-वैसे धार्मिक अल्पसंख्यकों को डराने-धमकाने और उनके विरुद्ध हिंसा की घटनाएं बढ़ती जा...
आधुनिक भारत में ब्राह्मणों और राजपूतों के बीच ऐसे हो रही लड़ाई (डायरी 14 अक्टूबर, 2021)
भारत के शासकों ने देश के अखबारों के जैसे अपनी परिभाषा बदल ली है। यह बिल्कुल वैसा ही है जैसे इस देश के पुलिस...
साहित्यिक एवं सामाजिक कार्यों के लिए लेखकों को मिला सम्मान
उत्तर प्रदेश। सहारनपुर मेें हिंदी दिवस के अवसर पर साहित्यिक संस्था 'साहित्य चेतना मंच', ने अपने द्वितीय "ओमप्रकाश वाल्मीकि स्मृति साहित्य सम्मान" के लिए...