पांच राज्यों का विधानसभा चुनाव परिणाम, इतिहास रचने वाला रहा, जहां एक तरफ भारतीय जनता पार्टी ने लगभग चार दशक बाद उत्तर प्रदेश में लगातार दूसरी बार सरकार बना कर कांग्रेस की बराबरी की तो वही दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी ने पहली बार दिल्ली से निकलकर अन्य राज्य पंजाब में अपनी सरकार बनाई। आम आदमी पार्टी देश की एक मात्र ऐसी पार्टी है जो क्षेत्रीय पार्टी होने के बावजूद उसने पंजाब में सरकार बनाकर राष्ट्रीय पार्टी बनने का गौरव प्राप्त किया। यह एक ऐसी पार्टी है, जिसे 2 राज्यों में सरकार बनाई।
[bs-quote quote=”केशव प्रसाद मौर्य, भाजपा के एक ऐसे कद्दावर नेता थे जिनके प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए भाजपा ने 2017 में पहली बार उत्तर प्रदेश में पूर्ण और प्रचंड बहुमत के साथ अपनी सरकार बनाई थी और उस मौजूदा सरकार में केशव प्रसाद मौर्य उप मुख्यमंत्री बनाए गए थे।” style=”style-2″ align=”center” color=”” author_name=”” author_job=”” author_avatar=”” author_link=””][/bs-quote]
इतिहास भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी ने ही नहीं बनाया है बल्कि यह भी किसी ऐतिहासिक घटना से कम नहीं है कि पंजाब और उत्तराखंड में मौजूदा मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री चुनाव हार गए। पंजाब में मौजूदा मुख्यमंत्री चरणजीत ‘चन्नी’ और पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह व प्रकाश सिंह बादल चुनाव हार गए, वही उत्तराखंड में मौजूदा मुख्यमंत्री और चुनाव में मुख्यमंत्री का चेहरा रहे धामी चुनाव हार गए। कांग्रेस के मुख्यमंत्री का चेहरा पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी चुनाव हार गए। पंजाब और उत्तराखंड में मौजूदा और पूर्व मुख्यमंत्रियों की हार भी किसी ऐतिहासिक घटना से कम नहीं है, क्योंकि हारने वाले यह नेता पंजाब और उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पद के प्रमुख दावेदार थे जनता ने इन प्रमुख मुख्यमंत्री के दावेदारों को हराकर, एक नया इतिहास भी रच दीया। देखने वाली बात तो उत्तराखंड से निकल कर आई जहां भाजपा की सरकार तो बनी मगर मुख्यमंत्री का चेहरा मौजूदा मुख्यमंत्री धामी चुनाव हार गए।
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कद्दावर नेता और राजनीतिक क्षत्रप की हार पंजाब और उत्तराखंड में ही नहीं हुई है बल्कि उत्तर प्रदेश में भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला जहां स्वामी प्रसाद मौर्य और केशव प्रसाद मौर्य दोनों चुनाव हार गए। केशव प्रसाद मौर्य, भाजपा के एक ऐसे कद्दावर नेता थे जिनके प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए भाजपा ने 2017 में पहली बार उत्तर प्रदेश में पूर्ण और प्रचंड बहुमत के साथ अपनी सरकार बनाई थी और उस मौजूदा सरकार में केशव प्रसाद मौर्य उप मुख्यमंत्री बनाए गए थे। केशव प्रसाद मौर्य ने उप मुख्यमंत्री रहते हुए ही 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ा था जिसमें वह हार गए। 10 मार्च को आए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के परिणामों के बाद राजनीतिक गलियारों में सबसे अधिक चर्चा पंजाब में मिली आम आदमी पार्टी की प्रचंड जीत की रही।
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आम आदमी पार्टी ने लंबे समय से लगातार पंजाब में राज करने वाली पार्टियों को चुनाव में हराकर अपनी सरकार बनाई। पंजाब का चुनाव परिणाम कांग्रेस के लिए किसी बड़े सदमे से कम नहीं रहा, क्योंकि पंजाब में उसके मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू दोनों चुनाव हार गए, कांग्रेस से बगावत कर अलग दल बनाकर चुनाव लड़ रहे कैप्टन अमरिंदर सिंह भी चुनाव हार गए वही अकाली दल के 92 वर्षीय और कद्दावर नेता पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल जीवन मैं पहली बार विधानसभा का चुनाव हारे। इसलिए कहा जा सकता है कि पांच राज्यों का विधानसभा चुनाव परिणाम राजनीतिक दृष्टि से ऐतिहासिक रहा !
देवेंद्र यादव कोटा (राजस्थान) स्थित वरिष्ठ पत्रकार हैं।