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फिर से राम का नाम भुनाएगी भाजपा
आज जबकि देश का माहौल राममय बनाने की घोषणा सामने आ चुकी है, विपक्ष के सामने एक ही रास्ता है कि वह राममय के समानांतर देश का माहौल सामाजिक न्यायमय बनाने का अभियान छेड़े। किन्तु भारी अफ़सोस के साथ कहना पड़ता है कि सामाजिक न्यायमय माहौल बनाने में एमके स्टालिन और राहुल गाँधी को छोड़कर इंडिया गठबंधन से जुड़े अन्य दलों और नेताओं में खास आन्तरिकता नहीं दिख रही है।
क्या भारत, इंडिया का विरोधी है?
संयोगवश, विपक्षी दलों के एक साथ आकर I.N.D.I.A. (इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव एलायंस) बनाने के बाद, सत्तारूढ़ भाजपा आधिकारिक विज्ञप्तियों में 'इंडिया' शब्द के...
संविधान से सेक्युलरिज्म और सोशलिज्म को हटाने का मतलब भारत पर हिन्दुत्व और कॉर्पोरेट का अनियंत्रित कब्जा है
वर्तमान सरकार ने संविधान के नए संस्करण में से समाजवाद और सेक्युलरिज्म शब्दों को हटाकर नई संसद में पहले ही दिन और पहले ही अधिवेशन में अपने इरादे को स्पष्ट कर दिया है। वैसे भी इस दल की स्थापना के मूल में सवर्णों का हित सर्वोपरि है, लेकिन धीरे-धीरे संसदीय राजनीति के तकाजे को देखते हुए सतही तौर पर ही सही महिलाओं से लेकर पिछड़ी जातियों के लोगों को भी शामिल किया गया।
महिला आरक्षण में आरक्षण की कितनी तैयारी, क्या वंचित समाज की तय होगी हिस्सेदारी
संसद से यह सवाल भी किया जाना चाहिए कि क्या आरक्षण के भीतर भी आरक्षण की स्थिति साफ की जाएगी या फिर सिर्फ आरक्षण महज विशिष्ट वर्ग की महिलाओं तक ही सीमित रहेगा? यह इसलिए भी जरूरी है क्योंकि आरक्षण के जिस विधेयक को अब मंजूरी मिली है वह पिछले 27 साल से राजनीतिक गतिरोध का शिकार होता रहा है।
नफरत की राजनीति के घातक नशे से कैसे बचे वंचित समाज
तीन दिन पूर्व व्हाट्सप पर कोलकाता के एक घनिष्ठ मित्र द्वारा एक ऐसी सामग्री मिली, जिसकी अनदेखी न कर सका और यह आलेख लिखने...
क्या उत्तर प्रदेश में सिर्फ जाति के सवाल पर होगा आगामी लोकसभा का चुनाव
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर हर पार्टी अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए अभी से मुस्तैद दिख रही है। फ़िलहाल 2014 के लोकसभा...
आये दिन पेपर होते हैं लीक, तो फिर सरकार किन लाखों लोगों को दे रही है नौकरियाँ
अब सवाल यह उठता है कि आए दिन पेपर निरस्त होते हैं, तो प्रदेश सरकार किन बेरोजगार युवाओं को नौकरी देने का दावा करती है। इन दावों के बावजूद, देश की बेरोजगारी दर 7.95 क्यों है? वहीं, आज के युवा पीएचडी व एमबीए करके भी फोर्थ क्लास की नौकरी के लिए अप्लाई कर रहे हैं। ऐसे में योगी सरकार का छह साल में छह लाख लोगों को नौकरी देने का दावा न विपक्ष को हज़म हो रहा है और न ही प्रदेश के युवाओं के गले से नीचे उतर रहा है, जो बीते कई सालों से नौकरी के लिए लेकर सड़क से सोशल मीडिया तक प्रदर्शन करते रहे हैं और कई बार पुलिस की लाठियों का शिकार भी बने हैं।
जनता को मंदिर-मस्जिद में उलझा कर जातीय जनगणना से भाग रही है भाजपा : सुभाषिनी अली
वाराणसी। भाजपा सरकार जातीय जनगणना से घबरा रही है। वह नहीं चाहती कि समाज में पिछड़ी जातियों की संख्या और उनकी स्थिति के बारे...
घोसी में विफल हुई भाजपा, सफल हुआ अखिलेश का पीडीए फार्मूला
इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी सुधाकर सिंह ने घोसी के उपचुनाव में NDA प्रत्याशी दारा सिंह चौहान को 42 हजार से ज्यादा वोटों से पराजित...
मंत्री से फीता न कटवाने की सजा मिली जिलाधिकारी को
मिर्ज़ापुर। मिर्जापुर जिले की पूर्व जिलाधिकारी दिव्या मित्तल के ऊपर इस बात की गाज गिरी कि महीनों की मेहनत के बाद उन्होंने उस गाँव...
एसपी (आई) ने गोहत्या के आरोप में योगी आदित्यनाथ के खिलाफ हरदोई के पुलिस स्टेशन में आवेदन दिया
सेवा में,
थानाध्यक्ष
थाना अतरौली, जिला हरदोई
दिनांकः 6 सितम्बर, 2023
विषयः गौढ़ी गौ-आश्रय स्थल पर 7 अगस्त एवं अन्य गौशालाओं/गौ-आश्रय स्थलों पर मरने वाले गोवंश के लिए...
कितनी कामयाब होगी I.N.D.I.A. के डर से India को पर्दे के पीछे छुपाने की साजिशें
प्रतीकों के सहारे शुरू होता दिख रहा है 2024 का चुनावी संघर्ष। लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहा है, राजनीतिक गलियारे में उठा-पटक बढ़ती...
सनातन पर सियासी उबाल, धार्मिक ध्रुवीकरण की कोशिश में लगी भाजपा
उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की सामाजिक विषमताओं को अन्यायपूर्ण गैर बराबरी वाली सोच से भरा मानते हुये कहा कि अब यह स्थिति आ गई है कि हमें केवल सनातन धर्म की अन्यायपूर्ण व्यवस्था का विरोध नहीं करना है बल्कि इसे समूल मिटाना होगा। उन्होंने कहा कि कुछ चीज़ें ऐसी होती हैं जिनका विरोध करना काफी नहीं होता है।
घोसी उपचुनाव में जातीय अंतर्विरोध निर्णायक भूमिका निभा सकता है
घोसी,मऊ। अखिलेश यादव ने घोसी में जनसभा को आगाह करते हुए कहा था कि 2024 में अगर बीजेपी की सरकार बनी तो हम और...
फासिस्म को पराजित करने के मंसूबे में मजबूती से खड़े होते इंडिया के सामने चुनौतियों का चकव्यूह
पिछले दो महीने में भारत की राजनीति में विपक्ष ने जिस तरह से न्यूनतम शर्तों या अभी तक के परिदृश्य में बिना शर्तों के,...
संघ के दोमुंहें व्यवहार और संविधान विरोधी गतिविधियों का खामियाजा देश की जनता भुगत रही है
अपनी जांच के बाद हेमंत करकरे ने संघ के साथ प्रज्ञा सिंह और उनके सभी साथियों के संबंध खोज निकाले थे। इसीलिए प्रज्ञा को छुड़ाने के लिए संघ की इकाई भाजपा और उसके शीर्षस्थ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने उनके लिए गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर उसे जेल में अच्छी तरह से रखने की सिफारिश की।
सार्वजनिक शौचालय प्रणाली का निगमीकरण करनेवाले बिंदेश्वर पाठक ने हाथ से मैला ढोने वालों के लिए कुछ नहीं किया
सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक डॉ. बिंदेश्वर पाठक का कुछ दिन पहले दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया। डॉ. पाठक 80 वर्ष के...
भाजपा सांसद निरहुआ अब किस लाइसेंस की बात कर रहे हैं – राजीव यादव
आजमगढ़। भाजपा सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ के सितंबर में एयरपोर्ट को लाइसेंस मिलने वाले बयान को किसान नेता राजीव यादव ने फर्जी डायलॉगबाजी...
घोसी उपचुनाव में बिना चुनाव लड़े दांव पर लग गए हैं ‘पियरका चाचा’
मऊ। जिले की घोसी विधानसभा सीट के उपचुनाव ने उत्तर प्रदेश की राजनीति का तापमान बढ़ा दिया है। घोसी विधानसभा सीट पर समाजवादी के...
पूर्ण बहुमत की सरकार को संविधान बदलने का अधिकार नहीं मिल जाता
जब से केंद्र में बीजेपी सरकार सत्तारूढ़ हुई है, उसके मंत्री, जनप्रतिनिधि और नेता समय-समय पर अजीबोगरीब बातें करते रहते हैं। कभी कोई देश...

