डोडा जिले के ठाठरी उपमंडल में तीन तहसीलें हैं। इन तीनों तहसीलों के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र और गाँव दूर-दराज़ पहाड़ी इलाकों पर आबाद हैं। इनमें से ज्यादातर पंचायतें सर्दियों के चार महीने बर्फ से ढकी रहती हैं और अन्य क्षेत्रों से पूरी तरह से कट जाती हैं। इस दौरान जहाँ स्थानीय लोगों को कई प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, वहीं यहाँ का विकास कार्य भी ठप हो जाता है, जिससे प्रशासनिक स्तर पर ग्रामीणों को कोई मदद नहीं मिल पाती है।
21 सालों के सफर में जहाँ राज्य ने कई कीर्तिमान बनाये हैं वहीं कई स्तर पर कई तरह की चुनौतियाँ आज भी मौजूद हैं। यह सच है कि कोविड जैसी वैश्विक महामारी ने पिछले डेढ़ दो सालों में जान माल का भारी नुक़सान तो किया ही, विकास की गति को भी अवरुद्ध किया है। जिसकी वजह से राज्य के कुल बजट की राशि का अभी तक लगभग 31 प्रतिशत ही खर्च हो पाया है जबकि वित्तीय वर्ष समाप्ति के मात्र चार पांच महीने ही शेष बचे हैं।