गत 12 जनवरी को हमने स्वामी विवेकानंद का जन्मदिन मनाया। इस भगवाधारी सन्यासी ने हिन्दू धर्म के आध्यात्मिक पक्ष पर जोर दिया और भारतीय संस्कृति… Read More...
मामला इतिहास का है। असल में इतिहास को लेकर हम कभी भी निरपेक्ष नहीं रह सकते। जब मैं हम शब्द का उपयोग कर रहा हूं तो इसमें मैं स्वयं भी शामिल… Read More...
अनेकता में एकता, यह वाक्यांश मैंने तभी सुन लिया था जब मैं स्कूल में पढ़ता था। मैं विजयादशमी के दस दिन पहले से होने वाली रामलीला का आनंद लेता… Read More...
पूरे साल का यह एकमात्र दिन होता है जब मैं खुद को गम के अंधेरे में पाता हूं। लगता ही नहीं है कि मेरे सामने कुछ है। अत्यंत निराश करनेवाला दिन।… Read More...
जाति और जातिगत हितों को भारत में सबसे अधिक महत्व ब्राह्मण वर्ग के लोग देते हैं। इसका एक ताजा उदाहरण है फिल्मकार प्रकाश झा, जो इन दिनों भाजपा… Read More...
वर्तमान पीढ़ी का एक गंभीर संकट जड़हीनता है। ऐसा इसलिए कि अधिकांश 'राजपत्र' और 'कनेक्टिविटी' से घिरी हुई जीवन शैली का आनंद लेते हैं, जहां कोई… Read More...
मूर्तियां लोगों को मूर्ख बनाकर उनके अधिकारों को छीनने का तरीका है जबकि सरकार में उनकी जनसंख्या के हिसाब से उनका प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने… Read More...