बाराबंकी/ लखनऊ (भाषा)। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती के ‘गिरगिट’...
दमोह/कटनी (मप्र) (भाषा)। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)...
भतीजे आनंद का रुतबा उत्तर प्रदेश की राजनीति में तभी बढ़ सकता है जब विपक्ष के सबसे मजबूत नेता का तमगा अखिलेश यादव से छिन जाये और चंद्रशेखर रावण जैसे युवा दलित स्वर कमजोर हो जाएँ। कहावत है कि कबूतर की कलाबाजी उसी आसमान में होती है जिसमें बाज के झपट्टा मारने का डर नहीं होता है।
इच्छा शक्ति के अभाव में बहुजन नेतृत्व इसके सदव्यवहार से मीलों दूर रहे। क्रांति का अध्ययन करने वाले तमाम समाज विज्ञानियों के मुताबिक़ जब वंचित वर्गों में सापेक्षिक वंचना का भाव पनपने लगता है, तब उन में शक्ति संपन्न वर्ग के खिलाफ आक्रोश की चिंगारी फूट पड़ती है और वे शासकों को सत्ता से दूर धकेल देते हैं।
उत्तर प्रदेश में 10 मार्च को जो भी चुनाव परिणाम हों, भारतीय राजनीति में दो चीजें हमेशा अत्यंत महत्वपूर्ण रहेंगी क्योंकि वे कभी भी फीनिक्स की तरह उठ सकती...