TAG
samajvadi party
Lok Sabha Election : पहले चरण में ही पश्चिम की हवा ने भाजपा का सफाया कर दिया है, नोएडा में बोले अखिलेश यादव
भाजपा नीत सरकार पर हमला बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि नौजवानों के लिए सेना की पक्की नौकरी को अग्निवीर में बदल दिया गया और (सेना की) नौकरी आधी अधूरी कर दी गई। किसानों को आश्वस्त करते हुए उन्होंने कहा, ' समाजवादी पार्टी किसानों की मुआवजे की समस्या को खत्म करेगी और किसानों की जमीनों का सही मुआवजा देगी।'
Lok Sabha Election : कैराना और सहारनपुर में धीमी गति से हो रहा मतदान, समाजवादी पार्टी ने लगाया आरोप
सपा ने कैराना लोकसभा के ग्राम मसावी बूथ संख्या-172 पर 1500 मतदाताओं का नाम वोटर लिस्ट में न होने की बात कहते इसे चुनाव आयोग के संज्ञान मे लाया है।
अतुल प्रधान नहीं हैं मेरठ से सपा के प्रत्याशी, बदायूं में भी प्रत्याशी शिवपाल यादव के बदले जाने की चर्चा
बदायूं लोकसभा से सपा ने शिवपाल यादव को प्रत्याशी घोषित किया था। बीते दिन शिवपाल यादव ने बदायूं लोकसभा से चुनाव न लड़ने का ऐलान कर दिया है।
चुनाव का शोर भी संसद से निकली विपक्ष की आवाज को दबा नहीं पाया
देश में पांच राज्यों के अंदर विधानसभा के चुनाव और संसद का बजट सत्र एक साथ चल रहा है। संसद के प्रथम सप्ताह में...
अखिलेश यादव का सत्ता और मेनस्ट्रीम मीडिया पर करारा प्रहार
अखिलेश यादव इस बार सत्ता से लड़ने के साथ ही गोदी मीडिया पर भी प्रश्नवाचक चिह्न लगाते नजर आ रहे हैं। क्योंकि इस बार...
क्या कांग्रेस सपा के खिलाफ प्रत्याशी नहीं उतारेगी
क्या गांधी परिवार उत्तर प्रदेश से नया इतिहास लिखने जा रहा है? क्या कांग्रेस की राष्ट्रीय महामंत्री उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी विधानसभा का...
इतिहास के आइने में सपा तथा नई सपा के युवा सारथी अखिलेश यादव की चुनावी रणनीतियां
समाजवादी पार्टी की प्रासंगिकता और लोकप्रियता अब भी बरकरार है, जिसे अखिलेश यादव की जनसभाओं में उमड़ती हुई भीड़, युवा वर्ग और कार्यकर्ताओं को...
पूर्वी उत्तर प्रदेश के गांवों में दलित-पिछड़े वर्ग में उभरता नया नेतृत्व
1990 के दशक में सत्ता का विकेंद्रीकरण किया गया। तब से हाशियाकृत दलित-पिछड़ा समाज भी लोकतंत्र के महापर्व में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेना शुरू...
उत्तर प्रदेश में नेताओं का आया राम गयाराम का खेल शुरू
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के एलान के बाद, जैसे ही राजनीतिक दलों में प्रत्याशी चयन का मंथन शुरू हुआ, वैसे ही राजनीतिक दलों में...
जातिवादी अन्याय के खिलाफ एक अग्निपुंज थे राजा ढाले
मुझे आज भी यह घटना नहीं भूलती जब मेरे घर पर शिवकुमार मिश्र और राममूर्ति त्रिपाठी आए थे। दोनों को यह पता चला कि राजा ढाले यहाँ रहते हैं तब दोनों ने उनसे मिलने की इच्छा जाहिर की। बातचीत करते-करते खाने का समय हो गया। जैसे ही थाली लगने लगी ढाले जी चले गये। मेरी माँ ने कहा उनकी भी थाली लगी है। मेरे पिता जी उन्हें बुलाने गये और साथ में खाना खाया। तब ढाले जी ने कहा मैंने कभी नहीं सोचा था काशी के ब्राहमण हमारे साथ खाना खायेंगे।

