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ग्राउंड रिपोर्ट

वाराणसी : शास्त्री घाट पर सत्याग्रह के 96वें दिन बैठे गांधीवादी

गांधी विरासत को बचाने के लिए प्रशासनिक दबाव के चलते सर्व सेवा संघ परिसर के सामने से स्थानांतरित होकर  शास्त्री घाट में चल रहे सत्याग्रह का आज 96 वां दिन है। स्वतंत्रता आंदोलन में विकसित हुए लोकतांत्रिक भारत की विरासत और शासन की मार्गदर्शिका- संविधान को  बचाने के लिए 11 सितंबर (विनोबा जयंती) से सर्व सेवा संघ के आह्वान पर न्याय के दीप  जलाएं -100 दिनी सत्याग्रह जारी है जो 19 दिसंबर 2024 को संपन्न होगा।

आज सत्याग्रह के 96 वें दिन

आज सत्याग्रह के 96 वें दिन उपवास पर महाराष्ट्र के जलगांव जिले के निवासी एवं प्रदेश सर्वोदय मंडल के महामंत्री चंद्रकांत चौधरी; ज्ञानपुर, भदोही के डॉक्टर बंशीधर; पत्रकार डॉ राहुल यादव और सोशल मीडिया चैनल न्याय तक के संपादक कुमार विजय एवं प्राकृतिक चिकित्सक डॉक्टर अनीता बैठी हैं। साथ में अकोला जिले के वरिष्ठ सर्वोदयी कार्यकर्ता डॉ शिवचरण सिंह ठाकुर और चंदौली जिले के निवासी जोखन सिंह यादव के अलावा उत्तर प्रदेश सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष राम धीरज, वरिष्ठ गांधीवादी विद्याधर, लोक समिति के प्रमुख नंदलाल मास्टर, महाराष्ट्र प्रदेश सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष रमेश दाने, बुलढाना से विकास वानखेडे, बांदा से उदय नारायण भारतीय, वर्धा से मृत्युंजय ,निहाल गांधी, तारकेश्वर सिंह, चेन्नई से एस श्रीनिवासन, सोमनाथ रोड़े, शिव जी रोड़े, सोमेश्वर वाघमारे, गोरख भाऊ, शरद देशपांडे, सागर जाधव, अजय राउत, अर्जुन बलिराम जाधव, डॉ एस के यादव, डॉ आर के यादव, डॉ सुरेंद्र सिंह, डॉ संजय सिंह, डॉ सुधीर यादव, डॉ एस के शर्मा, वल्लभाचार्य, हरपूर गांव की महिला टीम,मिथिलेश दुबे, जागृति राही, पत्रकार सुरेश प्रताप सिंह आदि शामिल थे।

कुमार विजय ने कहा कि काशी को क्वेटो बनाने की घोषणा के बाद यहां शिव के मंदिरों और शिव भक्तों के घरों को भी बुलडोजर से ध्वस्त किया जा रहा है, यहां गांधी परिसर को ध्वस्त किया गया। करोड़ों की किताबें कूड़े की तरह फेंक दी गईं, जो लोगों को प्रेरित करते थे। बुलडोजर चलाने वाले यही सोचते थे कि सन्नाटा छा जाएगा लेकिन यह सत्याग्रह बगावत का बिगुल है, अन्याय के खिलाफ शंखनाद है।

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राहुल यादव की वाराणसी में एक कार्यक्रम के दौरान इनकी मुलाकात महान गांधीवादी सुब्बाराव जी से हुई। उसी के बाद से वे गांधीवाद से प्रभावित हुए और गांधी जी की कई पुस्तकें पढ़ी।

डॉक्टर अनीता विभिन्न सामाजिक आंदोलनों में इनकी सक्रिय भागीदारी रही। जिले, प्रदेश, देश में महिलाओं और बच्चों के अधिकारों के लिए ये हमेशा अग्रसर रहती हैं। सभी को दवामुक्त जीवन जीने के लिए जागरूक करना इनका लक्ष्य है।

बंशीधर छोटेपूर, ज्ञानपुर, संत रविदास नगर,भदोही के रहने वाले हैं। इनका जन्म दलित व भूमिहीन मजदूर के परिवार में हुआ। वॉइस ऑफ पीपुल्स संगठन के साथ जुड़ कर जल, जंगल, जमीन के सवाल पर मुसहर समुदाय के हक के लिए लड़ते रहे हैं। वे शिक्षा,स्वास्थ्य, जमीन आवंटन की दृष्टि से जरूरतों को पूरा करने के लिए मांग उठाते रहते हैं।

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गांधी के अंतिमजन की कतार से आए चंद्रकांत चौधरी महाराष्ट्र के भुसावल में पिछले चालीस सालों से लगातार सामाजिक एवं सर्वोदय का काम करते आये है।

फिलहाल महाराष्ट्र प्रदेश सर्वोदय मंडल के महामंत्री है। जलगाव जिले के सौ सालों से अधिक समय से चल‌‌ रहे एक शिक्षा संस्था के अध्यक्ष है।

वाराणसी सत्याग्रह मे महाराष्ट्र का योगदान 

महाराष्ट्र प्रदेश सर्वोदय मंडल के निर्णयानुसार न्याय के दीप जलाएं कार्यक्रम में महाराष्ट्र के लातूर तथा अकोला जिले से पिछले दिनों कई लोकसेवक वाराणसी पहुचे थे। नवंबर के अंतिम सप्ताह मे भी आए थे और फिर यहां के कार्यकर्ता दुबारा शास्त्री घाट पर मौजूद है। अकोला, बुलडाणा, धुले, जलगांव, गोंदिया, नाशिक, वर्धा आदि जिलो से उन्नीस दिसंबर तक कार्यकर्ता आते रहेंगे। विगत कल से शास्त्री घाट पर महाराष्ट्र प्रदेश सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष रमेश दाणे,(धुले)चंद्रकांत चौधरी (महामंत्री)भुसावल, डॉ.शिवचरणसिंह ठाकूर,(अकोला,सेवाग्राम)कैलास मते(अध्यक्ष गोंदिया जिल्हा सर्वोदय मंडल), वहां के अन्य दो साथी,विलास वानखेडे (शेगाव ,बुलडाणा) प्रल्हाद नेमाडे, रवि नेमाडे(अकोला), डॉ.सोमनाथ रोडे (लातूर) सहित बारह साथी वाराणसी पहुँच गये है।

आज उपवासपर चंद्रकांत चौधरी तथा डा.शिवचरणसिंह ठाकुर बैठे है। डा.ठाकुर महाराष्ट्र प्रदैश सर्वोदय मंडल के भूतपूर्व अध्यक्ष तथा सेवाग्राम स्थित नई तालीम में कार्यालय प्रभारी के रूप में कार्यरत हैं।

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 धुले (महाराष्ट्र) से पधारे हुये रमेश दाने, प्रदेश सर्वोदय मंडल कर अध्यक्ष है। धुले ऐसी जगह है, जहां आचार्य विनोबा ने 1932 मे जेल में गीता प्रवचन दिये, जिसे साने गुरुजी ने लिख लिये थे।

आज गीता प्रवचन का छह भाषाओं में प्रकाशन हुआ है और लाखों प्रतियाँ लोगों तक पहुँच गई हैं। रमेश दाने पिछले बीस  सालों से विनोबा द्वारा संचलित साम्य योग साधना पाक्षिक का संपादन धुले से कर रहे है।

गांधी विरासत को बचाने के लिए प्रशासनिक दबाव के चलते सर्व सेवा संघ परिसर के सामने से स्थानांतरित होकर  शास्त्री घाट में चल रहे सत्याग्रह का आज 96 वां दिन है। स्वतंत्रता आंदोलन में विकसित हुए लोकतांत्रिक भारत की विरासत और शासन की मार्गदर्शिका- संविधान को  बचाने के लिए 11 सितंबर (विनोबा जयंती) से सर्व सेवा संघ के आह्वान पर न्याय के दीप  जलाएं -100 दिनी सत्याग्रह जारी है जो 19 दिसंबर 2024 को संपन्न होगा। सत्याग्रह आज सर्व धर्म प्रार्थना एवं गीता पाठ के साथ अपने 96 वें पायदान पर पहुंच गया है। (प्रेस विज्ञप्ति)

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