मणिपुर में दो सशस्त्र समूहों के बीच हिंसा भड़कने से कुकी समुदाय के 2 युवाओं के मारे जाने की खबर आ रही है। वहीं सोशल मीडिया पर लोग केंद्र सरकार पर हिंसा न रोक पाने का आरोप लगा रहे हैं।
हिंसा में मारे जाने वाले दोनों युवक जनजातीय कुकी समुदाय से बताए जा रहे हैं। यह घटना पूर्वी इम्फाल और कांगपोकपी जिले के बीच मोईरंगपुरेल इलाके में घटित हुई है।
हिंसा के विरोध में कमेटी ऑन ट्राइबल यूनिटी ने कांगपोकपी जिले में 24 घंटे के लिए पूर्ण शटडाउन घोषित कर दिया है।
लोकसभा चुनाव के चलते मणिपुर में आचार संहिता लागू है, उसके बाद भी मणिपुर में हिंसक संघर्ष नहीं रुक रहे हैं। मणिपुर के हालात को देखते हुए स्थानीय लोग लोकसभा चुनाव का भी विरोध कर रहे हैं।
इंडिजीनस ट्राइबल लीडर फोरम ने इस घटना में कुकी समुदाय के 2 युवाओं के मारे जाने की घटना की कड़ी निंदा की है।
फोरम ने केंद्रीय सुरक्षा बल की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए पूछा है कि सुरक्षा बलों की तैनाती के बावजूद मैतेई समुदाय के सशस्त्र लड़ाकों ने बफर जोन को कैसे पार कर लिया ?