लोकसभा चुनावों के बीच देश में ईवीएम एवं वीवीपैट से मतदान की विश्वसनीयता एवं पारदर्शिता को लेकर मतदाता संदेह में हैं। ये मतदाता ईवीएम एवं वीवीपैट से ज्यादा भरोसेमंद बैलेट पेपर को मानने लगे हैं। ईवीएम एवं वीवीपैट प्रणाली की विश्वसनीयता एवं पारदर्शिता संबंधी याचिकाओं पर सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। देश के कई हिस्सों में ईवीएम प्रणाली को और ज्यादा भरोसेमंद बनाये जाने, बैलेट पेपर से चुनाव कराए जाने की मांग उठ रही हैं।
कल 24 अप्रैल को उत्तर प्रदेश के उन्नाव के 11 मतदाताओं ने भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर उनका मतदान बैलेट पेपर के माध्यम से कराने की मांग की है। ये सभी 11 मतदाता उन्नाव के सफीपुर व बांगरमऊ विधानसभा क्षेत्रों से हैं।
इन मतदाताओं ने अपने पत्र में लिखा है, ‘हम उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले की दो विधान सभाओं सफीपुर व बांगरमऊ के निवासी हैं। हम आपको यह अवगत कराना चाहते हैं कि वर्तमान में चल रहे लोक सभा चुनाव में उन्नाव लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में मतदान के दिन 13 मई को हमारे मतदान केन्द्रों पर निम्नलिखित ग्यारह मतदाताओं के लिए मतपत्र उपलब्ध कराया जाए क्योंकि हमारा इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन व काले शीशे वाले वी.वी.पी.ए.टी. पर भरोसा नहीं है।’