पिछले कई दिनों से राजनीतिक गलियारों में लगाये जा रहे कयास को भाजपा ने कल प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर फ़िलहाल विराम लगा दिया है। उत्तर प्रदेश में भाजपा ने पहली सूची में 51 उम्मीदवारों की सूची जारी की है, जिसमें चार नए चेहरे मैदान में उतारे गये हैं। आंबेडकरनगर से बसपा से आये रितेश पाण्डेय, जौनपुर से कृपाशंकर सिंह, श्रावस्ती से साकेत मिश्र और ओम कुमार को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है।
वहीं किसानों पर गाड़ी चढ़ाने के मामले से चर्चा में आये अजय मिश्र टेनी को भाजपा ने लखीमपुर खीरी से लोकसभा प्रत्याशी बनाया है। अजय मिश्र को उम्मीदवार बनाने के बाद किसान नेताओं ने तीखी प्रतक्रिया दी है। सवाल यह है कि क्या प्रदेश के किसान टेनी को प्रत्याशी बनाये जाने से भाजपा के खिलाफ लामबंद होंगे या प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी की किसान निधि योजना पर अधिक विश्वास जताएंगे?
उत्तर प्रदेश की चर्चित सीटों में वाराणसी से पीएम मोदी चुनाव लड़ेंगे। लखनऊ से रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, अमेठी से स्मृति ईरानी, आजमगढ़ से दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ और मथुरा से हेमा मालिनी दुबारा चुनाव मौदान में होंगी।
पिछले चुनाव में अमेठी से राहुल गाँधी पचास हजार से अधिक मतों से स्मृति ईरानी से चुनाव हार गए थे, वहीं अभी तक अमेठी सीट पर कांग्रेस से कौन प्रत्याशी होगा बता पाना मुश्किल है। हालांकि ‘इण्डिया’ गठबंधन में अमेठी सीट कांग्रेस सके खाते में गई है।
उत्तराखंड की तीन लोकसभा सीट के लिए उम्मीदवार
भाजपा की पहली सूची में उत्तराखंड की पांच सीट में से तीन पर वर्तमान सांसदों को उतारा है। वहीं अभी पार्टी ने दो सीट पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है। उत्तराखंड में अभी पांचों लोकसभा सीट पर भाजपा के ही सांसद हैं। पार्टी द्वारा अपनी पहली सूची में हरिद्वार और गढ़वाल सीट के उम्मीदवार की घोषणा नहीं किए जाने से यह अटकलें तेज हो गयी हैं कि दोनों निवर्तमान सांसदों को शायद वहां से फिर मौका न दिया जाए।
भाजपा ने केंद्रीय पर्यटन एवं रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट को नैनीताल उधमसिंह नगर से, टिहरी गढ़वाल से टिहरी राजपरिवार से माला राज्य लक्ष्मी शाह और अल्मोड़ा से अजय टमटा को एक बार फिर मौका दिया है। अल्मोड़ा राज्य की एकमात्र सुरक्षित लोकसभा सीट है।
जिन दो सीट के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की जानी बाकी है, वे हरिद्वार है, जिसका प्रतिनिधित्व वर्तमान में पूर्व मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक करते हैं और गढ़वाल(पौड़ी), जिसका प्रतिनिधित्व तीरथ सिंह रावत करते हैं।
दिल्ली की पांच लोकसभा सीट के लिए उम्मीदवार
भाजपा ने पहली सूची में दिल्ली की सात में से पांच लोकसभा सीट के लिए उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की।
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज को नयी दिल्ली लोकसभा सीट से और निवर्तमान सांसद मनोज तिवारी को उत्तर-पूर्वी दिल्ली से आगामी लोकसभा चुनाव के लिए मैदान में उतारा है।
पार्टी ने निवर्तमान सांसद मीनाक्षी लेखी, हर्षवर्धन, प्रवेश वर्मा और रमेश बिधूड़ी का टिकट काट दिया है।
दक्षिणी दिल्ली की पूर्व महापौर और भाजपा की दिल्ली इकाई की महासचिव कमलजीत सहरावत पश्चिमी दिल्ली से चुनाव लड़ेंगी।
सहरावत को दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे और दो बार के निवर्तमान सांसद प्रवेश वर्मा की जगह टिकट दिया गया है। सहरावत जाट समुदाय से हैं।
भाजपा ने फिलहाल पूर्वी दिल्ली और उत्तर पश्चिम दिल्ली से अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है।
एक और आश्चर्यजनक कदम में भाजपा ने दक्षिण दिल्ली से दो बार के सांसद रमेश बिधूड़ी के बजाय दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी को इस सीट से टिकट दिया है। रामवीर सिंह बिधूड़ी दक्षिणी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के बदरपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं।
दिल्ली प्रदेश भाजपा नेताओं ने अनुमान जताया कि संसद में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के एक सांसद के प्रति रमेश के व्यवहार से जुड़े हालिया विवाद के कारण उन्हें अपना टिकट गंवाना पड़ा।
‘कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स’ के सचिव प्रवीण खंडेलवाल चांदनी चौक से भाजपा के उम्मीदवार बने हैं। पार्टी ने इस सीट से दो बार के सांसद और पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन की जगह खंडेलवाल को मैदान में उतारा है।
भाजपा ने शर्मा को गौतमबुद्ध नगर निर्वाचन क्षेत्र से उम्मीदवार घोषित किया है। यह चौथी बार है जब पार्टी ने शर्मा को इस सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है।
झारखंड में 11 लोकसभा सीट के लिये उम्मीदवार
भाजपा ने पहली सूची में झारखंड की 14 में से 11 सीट पर प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की है। भाजपा की 11 प्रत्याशियों की सूची में चार नए उम्मीदवार हैं, जिनमें कांग्रेस की पूर्व सांसद गीता कोड़ा (सिंहभूम एसटी निर्वाचन क्षेत्र), राज्यसभा सदस्य समीर उरांव, ताला मरांडी और मनीष जयसवाल शामिल हैं।
इसके अलावा सात सीट पर मौजूदा सांसदों को टिकट दिया गया है, जिनमें केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा (खूंटी एसटी) और अन्नपूर्णा देवी (कोडरमा) शामिल हैं।
मध्य प्रदेश में लोकसभा के 24 उम्मीदवार
पहली सूची में मध्य प्रदेश से 24 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। पार्टी की पहली सूची में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शामिल हैं, जबकि भोपाल से मौजूदा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर की जगह आलोक शर्मा को उम्मीदवार बनाया गया है।
पिछले साल के विधानसभा चुनावों में भाजपा को चौहान ने जीत दिलाई, फिर भी उनकी जगह मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाया गया। वह विदिशा से लोकसभा के लिए अपना छठा चुनाव लड़ेंगे। इस सीट का प्रतिनिधित्व अटल बिहारी वाजपेयी (1991) सुषमा स्वराज (2009 और 2014) जैसे भाजपा के दिग्गजों ने और समाचार पत्र प्रकाशक रामनाथ गोयनका (1971) ने किया है।
पार्टी ने मौजूदा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर के स्थान पर भोपाल से पूर्व महापौर आलोक शर्मा को मैदान में उतारा है। ठाकुर मालेगांव विस्फोट मामले में आरोपी हैं और अपने बयानों के कारण कई बार विवादों में घिर चुकी हैं। ठाकुर ने 2019 में कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह को 3.65 लाख वोटों के अंतर से हराया था।
भाजपा ने छिंदवाड़ा से अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया। कुछ दिनों पहले तक ऐसी अटकलें थीं कि कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ और उनके बेटे व मौजूदा सांसद नकुल नाथ पाला बदलने की योजना बना रहे हैं। हालांकि, दोनों ने इस बात से इनकार किया कि वे भाजपा में शामिल होंगे।
केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते और वीरेंद्र सिंह खटीक को उनके वर्तमान निर्वाचन क्षेत्रों से मैदान में उतारा गया है।
भाजपा ने 2019 के आम चुनाव में मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से 28 पर जीत हासिल की थी। पार्टी ने शनिवार को मध्यप्रदेश की 24 सीट के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की जिनमें से 13 मौजूदा सांसद हैं, जबकि 11 सीट के लिए नए उम्मीदवारों की घोषणा की गई। जिन सीट पर नए उम्मीदवारों की घोषणा की गई उनमें मुरैना, ग्वालियर, सागर, भोपाल, दमोह, सीधी, जबलपुर, होशंगाबाद, रतलाम, विदिशा और गुना शामिल हैं।
प्रदेश की पांच सीट इंदौर, छिंदवाड़ा, बालाघाट, उज्जैन और धार के लिए उम्मीदवारों की घोषणा अभी की जानी बाकी है।
गुजरात की 15 लोकसभा सीट पर उम्मीदवार
भाजपा ने शनिवार को गुजरात की 26 लोकसभा सीट में से 15 के लिए उम्मीदवार घोषित कर दिया है। भाजपा ने राज्य से पांच मौजूदा सांसदों के टिकट काट दिये हैं जबकि केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया और परषोत्तम रूपाला को टिकट दिया है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह गांधीनगर से चुनाव लड़ेंगे, यह सीट उन्होंने 2019 के चुनावों में भारी अंतर से जीती थी, जबकि गुजरात भाजपा प्रमुख सी आर पाटिल को नवसारी से बरकरार रखा गया है।
जिन मौजूदा सांसदों के टिकट काटे गए हैं उनमें राजकोट से पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री मोहन कुंडारिया, पोरबंदर से रमेश धादुक, अहमदाबाद पश्चिम से किरीट सोलंकी, बनासकांठा से परबत पटेल और पंचमहाल से रतनसिंह राठौड़ शामिल हैं।
कुंडारिया के स्थान पर राजकोट से केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री परषोत्तम रूपाला चुनाव लड़ेंगे। रूपाला अमरेली जिले से आते हैं। भावनगर जिले के रहने वाले मांडविया को धादुक के स्थान पर पोरबंदर से मैदान में उतारा गया है।
भाजपा ने छह बार के सांसद एवं वरिष्ठ आदिवासी नेता मनसुख वसावा को भरूच से मैदान में उतारा है। भरूच विपक्षी कांग्रेस द्वारा ‘इंडिया’ गठबंधन के समझौते के तहत अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) को दी गई दो सीटों में से एक है। आप डेडियापाडा से अपने विधायक चैतर वसावा के नाम की घोषणा भरूच सीट से पहले ही कर चुकी है।
केंद्रीय संचार राज्य मंत्री देवुसिंह चौहान को खेड़ा से मैदान में उतारा गया है, जहां से उन्होंने 2014 और 2019 में जीत हासिल की थी।
राज्य के 15 उम्मीदवारों की पहली सूची में दो महिलाएं शामिल हैं जिनमें जामनगर की सांसद पूनम मदाम और रेखाबेन चौधरी शामिल हैं। चौधरी को परबत पटेल की जगह बनासकांठा से पहली बार टिकट दिया गया है।
भाजपा ने अहमदाबाद पश्चिम (आरक्षित) सीट पर किरीट सोलंकी की जगह दिनेश मकवाना को टिकट दिया है, जबकि पंचमहाल में मौजूदा सांसद रतनसिंह राठौड़ की जगह राजपालसिंह जादव को टिकट दिया गया है।
सत्तारूढ़ भाजपा ने कच्छ (आरक्षित) सीट से विनोद चावड़ा, पाटन से भरतसिंह डाभी, आणंद से मितेश पटेल और दाहोद से जसवंतसिंह भाभोर को बरकरार रखा है।
वर्ष 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने राज्य की सभी 26 सीटों पर जीत हासिल की थी।
बंगाल में 20 उम्मीदवार मैदान में
भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए पश्चिम बंगाल से मौजूदा सांसदों, राज्य इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और केंद्रीय मंत्रियों निसिथ प्रमाणिक व शांतनु ठाकुर को टिकट दिया है।
पश्चिम बंगाल में 42 लोकसभा सीट हैं, जिनमें से 20 सीट पर भाजपा ने शनिवार को उम्मीदवारों की घोषणा की।
भाजपा ने कूचबिहार लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री निसिथ प्रमाणिक, अलीपुरद्वार से मनोज तिग्गा, बलूरघाट से सुकांत मजूमदार, बोंगांव (सुरक्षित) से शांतनु ठाकुर, कांति से शुभेंदु अधिकारी को टिकट दिया है।
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष और पहली बार के सांसद सुकांत मजूमदार ने 2019 में बलूरघाट लोकसभा सीट पर जीत हासिल की थी। उन्होंने कुल 45 प्रतिशत वोट प्राप्त कर लगभग 33,000 मतों के अंतर से जीत हासिल की थी।
तमलुक लोकसभा क्षेत्र से दो बार के टीएमसी सांसद शुभेंदु अधिकारी ने वर्ष 2021 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले अपने भाई शुभेंदु अधिकारी के भाजपा में शामिल होने के बाद से खुद को पार्टी से दूर कर लिया है।
उनके पिता शिशिर अधिकारी कांति लोकसभा सीट से तीन बार टीएमसी सांसद रहे थे। हालांकि, शिशिर ने भी शुभेंदु के पाला बदलने के बाद पार्टी से दूरी बना ली है।
छत्तीसगढ़ में सभी सीटों पर उम्मीदवार घोषित
छत्तीसगढ़ में भाजपा ने अपनी पहली सूची में भाजपा ने कुल 11 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। प्रदेश की 9 सीटों पर भाजपा का कब्ज़ा है। दो सीटों पर छोड़कर बाकी सभी सीटों पर नए प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है।
वहीं रायपुर से आठ बार के विधायक बृजमोहन अग्रवाल को भाजपा ने रायपुर लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। हाल ही में विधानसभा चुनाव में अग्रवाल ने कांग्रेस प्रत्याशी को रिकॉर्ड मतों से मात दिया था।
भाजपा ने तीन महिलाओं पर विश्वास जताया है जिसमें महासमुंद से रूप कुमारी चौधरी, जांजगीर से कमलेश जांगड़े और कोरबा से सरोज पाण्डेय को प्रत्याशी बनाया है।
(भाषा के इनपुट के साथ)