पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने झालावाड़ में पत्रकारों से बातचीत में ‘अंडरकरंट’ वाले गहलोत के बयान से सहमति जताई और कहा कि इससे उनकी पार्टी भाजपा को फायदा होगा। उन्होंने कहा, ‘मैं उनसे सहमत हूं। वास्तव में एक अंडर करंट है, लेकिन यह भाजपा के पक्ष में है। कमल (भाजपा का चुनाव चिह्न) तीन दिसंबर को खिलेगा।’ जोधपुर में केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा, ‘भाजपा भारी बहुमत के साथ सत्ता में आ रही है। इस बार लोग कांग्रेस के पांच साल के शासन के दौरान महिलाओं के खिलाफ हुए अपराध, पेपर लीक और भ्रष्टाचार को ध्यान में रखकर वोट करेंगे।’ इससे पहले दिन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कई अन्य नेताओं ने राजस्थान के लोगों से बड़ी संख्या में मतदान करने की अपील की।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और कैलाश चौधरी, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट सबसे पहले वोट डालने वालों में से थे। गहलोत और शेखावत ने जोधपुर में, चौधरी ने बालोतरा में, राजे ने झालावाड़ में और पायलट ने जयपुर में वोट डाला। राजस्थान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सी पी जोशी ने चित्तौड़गढ़ में अपने मताधिकार का प्रयोग किया और पार्टी सांसद दीया कुमारी और राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने जयपुर में मतदान किया। कुमारी और राठौड़ उन सात भाजपा सांसदों में शामिल हैं जो विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं।
अधिकारियों का कहना है कि मतदान के दौरान जहां एक गांव में ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया वहीं कुछ हिस्सों में विभिन्न उम्मीदवारों के समर्थकों के बीच मामूली झड़प हुई। निर्वाचन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ। दोपहर बाद तीन बजे तक 55.63 प्रतिशत मतदान हुआ है। मतदान शाम छह बजे तक चलेगा।
सिरोही जिले के पिंडवाड़ा आबू निर्वाचन क्षेत्र के चारवली गांव ने मतदान का बहिष्कार किया। एक अधिकारी ने कहा कि ग्रामीणों की मांग उनकी ग्राम पंचायत को बदलने और उनके गांव के पास राजमार्ग के किनारे एक ‘सर्विस रोड’ के निर्माण की है। गांव में 890 मतदाता हैं। अधिकारियों ने उन्हें वोट देने के लिए मनाने की कोशिश की। राजस्थान के पाली जिले में एक राजनीतिक दल के एजेंट की शनिवार को मौत हो गई। अधिकारियों के अनुसार संभवत: हृदय गति रुकने के कारण एजेंट शांति लाल की मौत हुई। अधिकारी ने कहा कि शांति लाल सुमेरपुर निर्वाचन क्षेत्र में बूथ संख्या 47 पर एक राजनीतिक पार्टी के एजेंट थे और वह वहीं गिर गये। उदयपुर के एक मतदान केन्द्र पर 62 वर्षीय मतदाता सत्येन्द्र अरोड़ा की दिल का दौरा पडने से मौत हो गई। एक अधिकारी ने बताया कि अरोड़ा मतदान केंद्र पर गिर पड़े। परिवार के सदस्य उन्हें नजदीकी अस्पताल ले गए जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इसी तरह सीकर के फतेहपुर में दो गुटों में झड़प के बाद पथराव हुआ। पुलिस ने बताया कि यह घटना एक मतदान केंद्र के पास हुई। थानाधिकारी इंद्राज सिंह ने बताया कि बूथ संख्या 128 के पर दो पक्षों के बीच पत्थरबाजी में एक पुलिसकर्मी घायल हो गया। धौलपुर की बाड़ी सीट पर दो उम्मीदवारों के समर्थकों के दो समूहों के बीच झड़प की खबरें आ रही हैं। सीकर के श्रीमाधोपुर में एक नवविवाहित जोड़ा वोट डालने पहुंचा। कल उनकी शादी हुई थी। चित्तौड़गढ़ में बिस्तर पर पड़े एक मतदाता को स्ट्रेचर पर मतदान केंद्र तक लाया गया। राज्यभर में मतदान केंद्र पर ‘सेल्फी पॉइंट’ बनाए गए थे जहां लोगों विशेषकर युवा मतदाताओं ने सेल्फी ली।
राज्य में कुल 36,101 स्थानों पर 50 हजार से अधिक मतदान केन्द्र बनाए गए हैं जहां 5,26,90,146 मतदाता प्रत्याशियों के राजनीतिक भाग्य का फैसला करेंगे। मतदान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जारी है। कुल 1862 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। मतदान शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए राजस्थान पुलिस के 70,000 जवानों सहित 1.70 लाख से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। कुल 2,74,846 चुनावकर्मी मतदान कराएंगे। वहीं दूसरी ओर गंगानगर जिले की करणपुर सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन के बाद वहां चुनाव स्थगित कर दिया गया है। राज्य में मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ कांग्रेस व मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के बीच माना जा रहा है। कांग्रेस को उम्मीद है कि वह राज्य में प्रत्येक चुनाव में सरकार बदलने के ‘रिवाज’ को बदलते हुए अपना ‘राज’ (सरकार) कायम रखेगी। वहीं भाजपा उम्मीद कर रही है कि चुनावी लड़ाई में ‘कमल’ खिलेगा। मतगणना तीन दिसंबर को होगी।
जयपुर (भाषा)। राजस्थान में 200 सदस्यीय राज्य विधानसभा की 199 सीट पर चुनाव के लिए शनिवार को जारी मतदान के बीच अपराह्न तीन बजे तक 55.63 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले। राज्य में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच है, लेकिन दोनों ही दलों के नेताओं ने अपनी-अपनी पार्टी को जनादेश मिलने की उम्मीद जताई है। दोनों दलों (भाजपा और कांग्रेस) के नेताओं ने मीडिया से बातचीत में विश्वास जताया कि उनकी पार्टी को जनादेश मिलेगा। मुख्यमंत्री गहलोत ने जोधपुर में कहा कि कांग्रेस के खिलाफ कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं है और पार्टी राज्य में फिर से सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा, ‘ऐसा लगता है कि कोई ‘अंडरकरंट’ है। ऐसा लगता है कि (कांग्रेस) सरकार दोबारा बनेगी।’