वरिष्ठ अधिवक्ता कृष्ण चंद्र यादव के खिलाफ हुए जानलेवा हमले के बाद जिला प्रशासन व पुलिस द्वारा अपराधियों के संरक्षण के खिलाफ अधिवक्ताओं ने डीएम पोर्टिको वाराणसी मे जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया, जिसमें 1 – थाना प्रभारी चौक व विवेचना अधिकारी को निलंबित कर विभागीय जांच करने 2- अभियुक्तों की तत्काल गिरफ्तारी करने 3 – पीड़ित अधिवक्ता की मोबाइल, पैसा व चेन दिलाए जाने 4 – अधिवक्ता के ऊपर हुए फर्जी मुकदमा वापस लेने 5 – प्रकरण की जांच एसीपी स्तर के अधिकारी से कराने 6 अधिवक्ता की समुचित इलाज की व्यवस्था करने की मांग को लेकर धरना दिया धरना दिन में 12:00 बजे से लेकर 3:30 बजे तक चला .
धरने में अधिवक्ताओं ने अपराधियों का संरक्षण बंद करो- बंद करो, हम याद दिलाने वाले हैं अन्याय नहीं सर सकते हैं जैसे नारे लगाते हुए अपने विचार व्यक्त किए .धरना व सभा का संचालन करते हुए अधिवक्ता प्रेम प्रकाश सिंह यादव ने कहा की 2 अगस्त को जब वरिष्ठ अधिवक्ता कृष्ण चंद्र यादव किशन तैयार होकर कचहरी के लिए आ रहे थे तो 7 लोग राड से किशन के सर, पीठ ,कमर ऊपर में जानलेवा हमला किया व उनके मुंह पर मार दिया, जिससे उनकी नाक फट गई ,सर में गंभीर चोट आई ,पहले तो एफ आई आर दर्ज करने में चौक पुलिस ने हीला हवाली किया बाद में अधिवक्ताओं के दबाव में एफ आई आर दर्ज हुआ लेकिन अपराधियों को पुलिस ने चौक थाने में बैठाए रखने के बाद सरकार व शासन के संरक्षण की वजह से छोड़ दिया व पीड़ित अधिवक्ता पर दबाव बनाने के लिए फर्जी मुकदमा दर्ज कर दिया. मेडिकल इलाज के दौरान डॉक्टरों द्वारा गंभीर चोट बताई गई ,एक्स-रे तथा सीटी स्कैन के लिए कहा गया, लेकिन आज तक प्रशासन की लापरवाही के कारण सीटी स्कैन नहीं हुआ अभी भी पीड़ित अधिवक्ता कबीर चौरा हॉस्पिटल में भर्ती है .इस प्रकरण को लेकर अधिवक्ताओं द्वारा बनारस बार व सेंट्रल बार में प्रस्ताव मेरे द्वारा दिया गया जिस पर बार के पदाधिकारियों ने अपर पुलिस आयुक्त वाराणसी से मिलकर प्रकरण से अवगत कराया ,अपर पुलिस आयुक्त ने डीसीपी काशी जोन से बात किया और हम लोगों को डीसीपी काशी जोन से बात करने हेतु कहा. डीसीपी काशी जोन से बात करने पर उन्होंने कार्यवाही का कोई आश्वासन नहीं दिया ,जिसके बाद अधिवक्ता गण बार को सूचित कर डीएम पोर्टिको मे आज धरना दिए व ज्ञापन दिया. कल पुनः 12:00 बजे से सभी अधिवक्ता डीएम पोर्टिको पर इकट्ठा होकर धरना देंगे और यह धरना व सभा का दौर तब तक चलेगा जब तक पीड़ित अधिवक्ता को न्याय नहीं मिल जाती .
धरना व सभा में मुख्य रूप से एडवोकेट मनमोहन गुप्ता ,एडवोकेट जितेंद्र नारायण यादव एडवोकेट ,राजेश कृष्ण सिंह , एडवोकेट नित्यानंद राय, एडवोकेट मनोज यादव, एडवोकेट किशन यादव, एडवोकेट आशीष सोनकर, एडवोकेट प्रियरंजन तिवारी, एडवोकेट सुशील कुमार यादव, एडवोकेट राम रेणु चंदन, एडवोकेट राजेश , एडवोकेट शशिकांत , एडवोकेट राजीव कुमार, एडवोकेट रविंद्र कुमार, एडवोकेट वीर बली, एडवोकेट वीर बहादुर, एडवोकेट अजय यादव, एडवोकेट कमलेश यादव, मनीष शर्मा ,अनूप श्रमिक, जगन्नाथ कुशवाहा ,एडवोकेट देवेंद्र शर्मा; एडवोकेट विकास नारायण दुबे टीका, एडवोकेट संजय श्रीवास्तव, एडवोकेट नागेंद्र , एडवोकेट पवन यादव, एडवोकेट सीता, एडवोकेट गीता, एडवोकेट मनोज चौबे ,एडवोकेट शशिकांत दुबे , एडवोकेट रंजन तिवारी ,एडवोकेट महफूज आलम मुन्ना, एडवोकेट रंजन मिश्रा ,एडवोकेट किरण शर्मा, एडवोकेट जितेंद्र यादव, एडवोकेट रविंद्र एडवोकेट महेंद्र यादव, एडवोकेट अजीत, एडवोकेट बिरेंदर, एडवोकेट कार्तिकेय, एडवोकेट प्रभु नारायण पांडे, एडवोकेट प्रभु नारायण यादव, एडवोकेट अशोक, एडवोकेट मोहन सहित सैकड़ों अधिवक्ताओं ने भाग लिया.