पिछले साल अगस्त में अपने भाई की हत्या का दावा करते हुए पुलिस में मामला दर्ज कराने वाली दलित समुदाय की अंजना अहिरवार की रविवार को सागर में अपने चाचा के शव को ले जाते हुए एम्बुलेंस से गिरने के बाद मृत्यु हो गई।
अंजना ने पिछले साल अगस्त में यह दावा करते हुए मामला दर्ज कराया था कि उत्पीड़न के एक मामले में समझौता करने के लिए दबाव डालने वाले कुछ लोगों ने उनके भाई को पीटकर मार डाला था।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि अंजना के चाचा राजेंद्र अहिरवार की शनिवार रात कुछ लोगों ने पुरानी रंजिश में पीटकर हत्या कर दी।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लोकेश सिन्हा ने पत्रकारों को बताया, ’24 वर्षीय राजेंद्र अहिरवार की खुरई पुलिस थाना अंतर्गत इलाके में दो समूहों के बीच झड़प में लगी चोटों के कारण मौत हो गई।’
अंजना ने आरोप लगाया था कि उन्हें परेशान करने वाले कुछ लोगों ने उनके भाई नितिन अहिरवार उर्फ लालू की 24 अगस्त, 2023 को हत्या कर दी थी। घटना सामने आने के बाद कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने बरोदिया नोनागिर गांव में धरना दिया था।
लोकेश सिन्हा ने कहा, ‘अंजना सागर में राजेंद्र अहिरवार का शव पोस्टमॉर्टम के बाद अपने गांव ले जा रही थी बीच में एम्बुलेंस से गिर गईं। एम्बुलेंस से गिरने के कारण अंजना की मौत हो गई। एम्बुलेंस में उनके परिवार के सदस्य भी मौजूद थे।’
यह पूछे जाने पर कि क्या पुराने मामले में समझौते के दबाव के कारण राजेंद्र अहिरवार की हत्या की गई, सिन्हा ने कहा कि जांच से सभी तथ्यों का पता चलेगा।
प्रदेश कांग्रेस ने अंजना के परिवार के लोगों को न्याय दिलाने की मांग की
इस बीच, प्रदेश कांग्रेस प्रमुख जीतू पटवारी ने एक ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में दावा किया कि राजेंद्र अहिरवार पर पांच लोगों ने हमला किया, जिन्होंने उन पर एक पुराने मामले में समझौते के लिए दबाव डाला था।
• सागर जिले की खुरई विधानसभा के बरोदिया नोनागिर गांव में राजेन्द्र अहिरवार नामक युवक पर राजीनामा करने के दबाव में पांच लोगों द्वारा हमला किया जाता है!
• गंभीर रूप से घायल राजेन्द्र का उपचार के लिए भोपाल ले जाते समय निधन हो जाता है! 26 मई को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को…
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) May 26, 2024
उन्होंने कहा, ‘शव वाहन में चालक, अंजना अहिरवार और राजेंद्र के माता-पिता बरोदिया नोनागिर के लिए रवाना हुए। अंजना खुरई बाईपास पर शव वाहन से गिर गई और उसकी मौत हो गई।’
पटवारी ने दावा किया कि अंजना के भाई की अगस्त में बरोदिया नोनागिर में सरेआम हत्या कर दी गई थी और उनका परिवार अब भी न्याय का इंतजार कर रहा है।
उन्होंने राज्य सरकार पर हमला करते हुए कहा कि गृह विभाग की जिम्मेदारी भी संभाल रहे मुख्यमंत्री मोहन यादव के कार्यकाल में कानून व्यवस्था खराब हो गई है।