मध्य प्रदेश के कई जिले पान की खेती के लिए मशहूर रहे हैं लेकिन कोरोना के दौरान लगे लॉकडाउन से पान का उत्पादन करने वाले किसान आर्थिक अस्थिरता का सामना कर रहे हैं, वहीं अप्रैल महीने की शुरुआत में हुई बेमौसम बारिश ने पान किसानों की कमर तोड़ दी। क्या पारम्परिक रूप से पान की खेती करने वाले किसान पान की खेती छोड़ अन्य कामों की ओर रुख कर रहे हैं?
संतरा किसान मनोहर कहते हैं, ‘बारिश से फसल खराब होने के बाद जब मुझे इन सवालों के जवाब नहीं मिले तो मेरे मन में कुएं में कूदने का विचार आया। मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूँ ? इसलिए मैं कुएं में कूद गया। मुझे कुएं से मेरे कुछ साथियों ने बाहर निकाला।’
किसानों की आत्महत्या के मामले में मध्य प्रदेश पांचवें नंबर पर है वहीं एक बार फिर बेमौसम बारिश मध्य प्रदेश के किसानों पर कहर बनकर गिरी है। सवाल है कि निजी बीमा कम्पनियाँ और सरकार किसानों को कितनी राहत पहुंचा पाती हैं?
भाजपा में शामिल होने की अटकलों के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने शुक्रवार को राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के पक्ष में शामिल होंगे। राहुल की यात्रा अगले महीने मध्य प्रदेश में प्रवेश करेगी।
डल्लेवाल ने कहा, ‘‘अगर सरकार यह कह रही है कि वह बातचीत के लिए सकारात्मक है तो किसान और ज्यादा सकारात्मक हैं। हमारा हंगामा करने और किसी को नुकसान पहुंचाने का कोई इरादा नहीं है। हम शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन करने वाले लोग हैं।’’
रायपुर (भाषा)। छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उनके मंत्रिमंडल के सदस्य बुधवार यानी आज शपथ ग्रहण करेंगे। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र...
बैतूल जिला में दुर्गा के प्रति काफी सम्मान है। यही वजह है कि इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के कार्यक्रम में जिलाधिकारी द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया है। इससे पूर्व में भी अलग-अलग मंचों पर उन्हें सम्मान प्राप्त होते रहे हैं।
इस बात की गंभीर चिंता है कि बेसिक आय श्रम बाजारों को विकृत कर देगा, क्योंकि श्रमिकों को नियमित रूप से प्राप्त होने वाली आसान आय, उन्हें काम करने से हतोत्साहित करेगी। इस नकद हस्तांतरण से श्रम आपूर्ति की मात्रा में कमी आएगी, क्योंकि श्रमिक घरेलू आय को प्रभावित किए बिना अपनी नौकरी छोड़ने का विकल्प चुन सकते हैं।