लखनऊ। रविवार 28 जनवरी 2024 को ए ब्लाक दारूल सफा कमान हाल लखनऊ में जननायक भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर के जन्म शताब्दी के अवसर पर जातिवार जनगणना कराए जाने की मांग उठी। कार्यक्रम में मौजूद वक्ताओं ने कहा कि राजनीतिक दल जाति जनगणना कराने के मुद्दे पर सहमत हैं तो चुनावी घोषणा पत्र में भी समय रहते इसे शामिल करें।
कार्यक्रम में पूर्व कैबिनेट मंत्री दद्दू प्रसाद ने कहा कि जातिवार जनगणना साफ करेगी कि देश के सत्ता संसाधनों पर किसका कितना कब्जा है। किसका हक मारा गया और किसके अधिकारों का हनन हुआ इससे सभी वाकिफ हैं। यही नहीं आज भी कौन गुलामी करने को मजबूर हैं,यह सभी लोग देख रहे हैं। देश में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जन जाति की गणना की जा रही है तो ऐसे में ओबीसी की गणना न कराना एक साजिश है। बिहार सरकार द्वारा जातिवार जनगणना संपन्न कराए जाने के पश्चात सम्पूर्ण भारत में जतिवार जनगणना पर हर जगह चर्चाओं का बाजार गर्म है।
पूर्व आईएएस हरीशचंद्र ने कहा कि बहुजन समाज का हक अधिकार न देकर धर्म के नाम पर जनता को विभाजित किया जा रहा है। नब्बे के दशक में भी समाजवादी-बहुजन ताकतों ने सांप्रदायिक ताकतों को घुटने के बल ला दिया था। सूबे की राजधानी लखनऊ की यह एकजुटता पूरे देश को एक संदेश है कि हम एकजुट हो जाएं। राजनीतिक दल जाति जनगणना कराने के मुद्दे पर सहमत हैं तो वह चुनावी घोषणा पत्र में समयबद्ध जाति जनगणना कराने की मांग को शामिल करें।
यादव सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव कुमार यादव ने कहा कि जातिवार जनगणना के साथ महिला आरक्षण में ओबीसी कोटे की गारंटी दी जाए। मंडल कमीशन की सम्पूर्ण सिफारिशों को लागू किया जाए। कोलेजियम सिस्टम जैसे न्यायिक नासूर को खत्म किया जाए। नियुक्तियों में आरक्षण के प्रावधानों का पालन किया जाए और मानकों का अनुपालन न करने वाले अधिकारियों को दण्डित किया जाए। यही नहीं निजीकरण को समाप्त किया जाए। जो भी निजी क्षेत्र हैं उनमें आरक्षण पूर्णतः लागू किया जाए। चुनाव को निष्पक्ष कराने हेतु ईवीएम जैसी अविश्वसनीय पद्धति को समाप्त किया जाए और दलितों पिछड़ों मुसलमानों के साथ सौतेला व्यबहार बंद किया जाए।
बांस शिल्पी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष धरकार ने कहा कि आज शिल्पकारों के सामने तमाम प्रकार की समस्याएँ हैं लेकिन इस तरफ सरकार ध्यान नहीं दे रही है। हम किस प्रकार से और कितनी कठिनाइयों से जीवन यापन कर रहे हैं इसका अंदाजा लगाया नहीं जा सकता। हमारे लोग किस प्रकार से अपने उत्पाद को बेचने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, यह देखने की जरूरत है। हमारी मांगों को नहीं माना गया तो हम दिखा देंगे की हमारी ताकत क्या है। हम क्या कर सकते है।
जनसभा में तय हुआ कि जिलेवार ज्ञापन, प्रेस वार्ता, संगोष्ठी, सभा चौपाल यात्रा, जाति जनगणना और ईवीएम के सवाल पर प्रदेश व्यापी संदेश यात्रा निकालते हुए मान्यवर कांशीराम इको गार्डेन लखनऊ में जनसभा आयोजित की जाएगी।
प्रमुख वक्ताओं में पूर्व कैबिनेट मंत्री दद्दू प्रसाद पूर्व आईएएस हरीशचंद्र अंचल सिद्धार्थ यादव यादव सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव कुमार यादव राजीव यादव बांस शिल्पी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष धरकार सचेंद्र यादव कल्पना बौद्ध पूर्वांचल किसान यूनियन महासचिव विरेंद्र यादव अरुण खोटे सह संपादक यादव शक्ति पत्रिका सर्वेश यादव द जनहित के संपादक विनीत यादव राजेंद्र सिंह यादव जैसे लोग शामिल थे।