गुजरात के एक दलित किसान परिवार ने अडानी समूह से जुड़ी कंपनी वेलस्पन एंटरप्राइजेज लिमिटेड के एक अधिकारी पर धोखे से चुनावी बॉन्ड खरीदवाने का आरोप लगाया है।
आरोप लगाने वाला किसान हरेश सावकारा गुजरात के कच्छ जिले के अंजार शहर का रहने वाला है। हरेश सावकारा ने 18 मार्च 2024 को अंजार पुलिस स्टेशन में शिकायती आवेदन पत्र दिया था। इसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि उन्हें रकम 1.5 गुनी होने का लालच देकर धोखे से बॉन्ड खरीदवाया गया था। इस आवेदन में वेलस्पन के निदेशक विश्वनाथ कोलेंगोडे, महेंद्र सिंह (वेलस्पन के सीनियर जनरल मैनेजर), विमल कुमार जोशी (अंजार भूमि अधिग्रहण अधिकारी), संजय गुप्ता, चिंतन ठाकेर और प्रवीण भंसाली पर आरोप लगाया गया है। इनके अलावा रिपोर्ट में हेमंत उर्फ डैनी रजनीकान्त शाह (भाजपा अंजार शहर अध्यक्ष) का नाम भी है।
Quint की रिपोर्ट के अनुसार किसान परिवार के 6 सदस्यों के नाम पर 11 करोड़ 14 हजार रुपये के बॉन्ड खरीदे गए। चुनाव आयोग के डेटा के अनुसार भाजपा ने इनमें से 10 करोड़ रूपये के बॉन्ड 16 अक्टूबर 2023 को रिडीम किए। वहीं 1 करोड़ 14 हजार रुपये के बॉन्ड शिवसेना ने 18 अक्टूबर 2023 को रिडीम किए थे।
Quint की रिपोर्ट के अनुसार वेलस्पन की एक परियोजना के अंतर्गत किसान परिवार की 43000 वर्ग मीटर कृषि भूमि का अधिग्रहण किया गया था। जिला प्रशासन ने किसान परिवार की कृषि भूमि वेलस्पन को 16,61,21,877 रूपये में बेचने की मंजूरी दी थी।
शिकायती आवेदन पत्र की जानकारी के अनुसार, इसमें से दो करोड़ अस्सी लाख पंद्रह हजार का भुगतान एडवांस में किया गया था। बाकी बची हुई रकम 13,81,09,877 को अधिग्रहीत भूमि के 7 जॉइंट होल्डर्स को ट्रांसफर कर दिया गया था।
इसके बाद 1 अक्टूबर 2023 से 8 अक्टूबर 2023 के बीच वेलस्पन कर्मचारी महेंद्र सिंह ने सावकारा और उनके बेटे हरेश के साथ 4 बैठकें की और इलेक्टोरल बॉन्ड योजना में पैसा निवेश करने के लिए राजी कर किया।
इस ममले में अभी एफआईआर दर्ज नहीं हुई है, पुलिस के अनुसार, आरोपों की जांच की जा रही है, जांच पूरी होने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
नोट – यह खबर इस मामले में अभी तक प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार लिखी गई है। इस मामले में आरोपित पक्ष की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। आधिकारिक बयान आने पर उसे खबर में अपडेट किया जाएगा।