उत्तर प्रदेश में भदोही जिले के सुरयावा थाना इलाके में एक सरकारी स्कूल में दलित छात्रा के साथ अश्लील हरकत करने के आरोप में स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक को रविवार शाम गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस के अनुसार यह घटना सुरयावा थाने के एक प्राथमिक विद्यालय में शुक्रवार को हुआ और इस संबंध में पीड़िता की मां ने शनिवार को स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक संदीप गुप्ता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी थी।
क्या है पूरा मामला
इलाके के पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) अजय कुमार चौहान ने बताया कि छात्रा (12) को स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक संदीप गुप्ता ने कक्षा में रोक लिया और उसके साथ अश्लील हरकत की और किसी से इसका खुलासा नहीं करने की धमकी भी दी थी। छात्रा ने घर पहुंच कर अपनी मां को आपबीती सुनाई। ग्रामीणों का कहना है कि इससे पूर्व भी वह छठवीं की एक छात्रा के साथ इस तरह की हरकत कर चुका है।
पुलिस अधिकरी ने बताया कि शनिवार को संदीप गुप्ता के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 354 और 506 के अलावा यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण अधिनियम (पॉक्सो) अधिनियम तथा अनुसूचित जाति, जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर करने के साथ ही आरोपी शिक्षक को रविवार देर शाम गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपित शिक्षक निलंबित
इस घटना के संबंध में जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि संदीप गुप्ता को निलंबित कर उसके खिलाफ विभागीय जांच का आदेश खंड शिक्षा अधिकारी को दे दिया गया है।
उत्तर प्रदेश सरकार के अपराध को रोकने के तमाम दावों के बावजूद आए दिन प्रदेश में कोई न कोई लड़की हत्या, बलात्कार या छेड़खानी जैसी घटनाओं की शिकार हो रही है। नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के आंकड़ों के मुताबिक उत्तर प्रदेश महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में पहले स्थान पर है। उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले घटने के बजाय साल दर साल बढ़े हैं।
उत्तर प्रदेश में 2020 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 49385 मामले, 2021 में 56083 एवं 2022 में 65743 तक जा पहुँचे। 2018 से 2021 के बीच देश में दलितों के खिलाफ अत्याचार के 1.9 लाख मामले दर्ज किए गए हैं।