शादी का झांसा देकर पांच माह तक बलात्कार, गिरफ्तार
बलिया। जिले के बैरिया थाना क्षेत्र में 19 वर्षीया एक युवती के साथ कथित रूप से शादी का झांसा देकर पांच माह तक बलात्कार करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने आरोपी युवक को रविवार को गिरफ्तार कर लिया ।
थाना प्रभारी धर्मवीर सिंह ने सोमवार को बताया कि बैरिया थाना क्षेत्र के एक गांव की 19 वर्षीया एक युवती की तहरीर पर रविवार को मधुबनी गांव के रवींद्र कुमार पासवान (27) के विरुद्ध भारतीय दण्ड संहिता की बलात्कार के आरोप की धारा में नामजद मुकदमा दर्ज किया गया।उन्होंने दर्ज प्राथमिकी का हवाला देते हुए बताया कि रवींद्र ने शादी का झांसा देकर युवती के साथ पांच माह तक बलात्कार किया और इस दौरान वह उसे चार माह तक जयपुर में रखे रहा। उन्होंने बताया कि पुलिस ने आरोपी रवींद्र को गिरफ्तार कर बलिया की एक अदालत में पेश किया। अदालत ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
बलिया (भाषा)। उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में एक मंदिर में दीये जलाने के लिए जा रहे एक 87 वर्षीय बुजुर्ग को एक सांड ने पटक कर मार डाला। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि घटना रविवार शाम सिकंदरपुर थाना क्षेत्र में बस्ती बुजुर्ग गांव की है। मृतक की पहचान राज कुमार गुप्ता के रूप में हुई है। थाना प्रभारी दिनेश पाठक ने बताया कि पीड़ित दीपावली के पर्व पर मंदिर में दीये जलाने जा रहे थे। रास्ते में एक सांड ने पटक कर उन्हें मार डाला। उन्होंने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची तथा शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
इसी प्रकार से जनवरी 2023 में हरदोई में एक सांड ने खेत की रखवाली कर रहे किसान पर हमला किया। किसान को अन्य लोगों ने बचाया और उसे अस्पताल ले जाने लगे, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। वहीं अक्टूबर 2023 में मुरादाबाद के बिलारी कोतवाली क्षेत्र के गांव सफीलपुर में आवारा सांड के हमले से एक किसान की मौत हो गई। 5 नवंबर रविवार को ही बिजनौर में एक बाइक के आवारा पशु से टकराने के बाद तीन युवकों की मौत हो गई थी। आवारा पशु से टकराने के बाद तीनों युवक सड़क पर गिए गए जिसके बाद तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने उन्हें कुचल दिया। ये दुर्घटना हल्दौर थाना क्षेत्र में नांगल जट के पास हुई।
आए दिन सांड के हमले के शिकार होने की घटनाएँ अक्सर समाचारों में देखने और सुनने को मिल जा रही हैं। बावजूद इसके वर्तमान बीजेपी की योगी सरकार इन छुट्टा एवं आवारा पशुओं से मुक्ति का कोई समाधान नहीं निकाल रही है। दूसरी तरफ किसान इन आवारा पशुओं के कारण अपनी फसल को अपनी आंखो की सामने नष्ट होते देखकर भी कुछ न कर पाने को मजबूर हैं। प्रदेश में विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी कई बार इन छुट्टा एवं आवारा पशुओं का मुद्दा विधान सभा में उठा चुके हैं बावजूद सबके इस पर अभी कोई ठोस पहल सरकार की तरफ से नहीं की गयी है।