Saturday, July 27, 2024
होमसामाजिक न्यायस्वस्थ समाज के निर्माण के लिए महिलाओं का बाहर आना जरूरी

ताज़ा ख़बरें

संबंधित खबरें

स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए महिलाओं का बाहर आना जरूरी

10 अक्टूबर को ग्वालियर के बहोड़ापुर के शील नगर अंबेडकर पार्क में सामाजिक क्षेत्रों में अपना योगदान दे रही बहुजन मूलनिवासी महिलाओं को सामाजिक दायित्व कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। यह कार्यक्रम जय भीम अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण समिति शील नगर द्वारा आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ सुनीता आर्य (वरिष्ठ महिला चिकित्सक) ने […]

10 अक्टूबर को ग्वालियर के बहोड़ापुर के शील नगर अंबेडकर पार्क में सामाजिक क्षेत्रों में अपना योगदान दे रही बहुजन मूलनिवासी महिलाओं को सामाजिक दायित्व कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। यह कार्यक्रम जय भीम अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण समिति शील नगर द्वारा आयोजित किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ सुनीता आर्य (वरिष्ठ महिला चिकित्सक) ने की। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ राजकुमारी बंसल (समाजसेवी जबलपुर मेडिकल कॉलेज हाथरस केस में भी थी) ने कहा कि, महिलाओं को आगे निकल कर सामाजिक क्षेत्रों में बढ़-चढ़कर अपना योगदान देना चाहिए। जब महिलाएं बाहर आएंगी तो एक स्वस्थ समाज का निर्माण होगा। अति विशिष्ट अतिथि प्रीति बौद्ध ने कहा कि, बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का सपना महिलाओं की आजादी से जुड़ा है। महिलाओं को आजाद किये बिना बाबा साहब का सपना अधूरा है। महिलाएं अपने परिवार के साथ मिलकर संपूर्ण जीवन समाज कल्याण के कार्य के लिए समर्पित रहीं हैं।

कार्यक्रम का दृश्य

कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि धम्ममित्रा जी समाज को जागरुक करने का कार्य कर रही हैं। प्रोफेसर डॉ अंजली जलज (मेडिकल कॉलेज ग्वालियर) आज मां की सामाजिक कार्य में संपूर्ण योगदान दे रही हैं। जहां आरा अंसारी समाजसेवी समाज के क्षेत्र में सक्रिय रहती हैं, गरीबों की सहायता करने का हर संभव प्रयास करती हैं। वहीं डॉक्टर विमलेश सिब्बल वरिष्ठ महिला चिकित्सक समाजसेवी निशुल्क सेवा देती हैं। सम्मानीय किरण पायल समाजसेवी, सम्मानीय रीना शाक्य अध्यक्ष अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति, सम्मानीय कुलविंदर कौर (किसान नेत्री) सम्मानीय ममता बौद्ध (समाजसेवी) सभी महिलाओं ने मंच पर अपने विचार व्यक्त किए साथ ही बाबा साहब के गीतों को प्रस्तुत किया।

[bs-quote quote=”कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ राजकुमारी बंसल (समाजसेवी जबलपुर मेडिकल कॉलेज हाथरस केस में भी थी) ने कहा कि, महिलाओं को आगे निकल कर सामाजिक क्षेत्रों में बढ़-चढ़कर अपना योगदान देना चाहिए। जब महिलाएं बाहर आएंगी तो एक स्वस्थ समाज का निर्माण होगा। अति विशिष्ट अतिथि प्रीति बौद्ध ने कहा कि, बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का सपना महिलाओं की आजादी से जुड़ा है। महिलाओं को आजाद किये बिना बाबा साहब का सपना अधूरा है। महिलाएं अपने परिवार के साथ मिलकर संपूर्ण जीवन समाज कल्याण के कार्य के लिए समर्पित रहीं हैं।” style=”style-2″ align=”center” color=”” author_name=”” author_job=”” author_avatar=”” author_link=””][/bs-quote]

 

रीना माहौर ने सामाजिक कुरीतियां तोड़ते हुए पिता को मुखाग्नि दी। साधना कौल सावित्रीबाई फुले की पाठशाला में बच्चों को निशुल्क शिक्षा प्रदान करती हैं। गीता जाटव भी गरीब बच्चों को निशुल्क शिक्षा प्रदान करती हैं। शबनम खान गरीब परिवार की बेटियों की शादी में सहयोग करती हैं। ज्योति कदम जी को सामाजिक कार्य को आगे बढ़ाने में सहयोग करने, सरोज राजोरिया को सामाजिक जागरूकता लाने, मिनस खान को सामाजिक कार्य करने के लिए सम्मानित किया गया।सम्मानित समाजसेवियों में प्रीति सिंह को अंतरजातीय विवाह के लिए सम्मानित किया गया, तबस्सुम खान को चाइल्ड लाइन मे बच्चों की सहायता करने के लिए सम्मानित किया गया।

सावित्रीबाई फुले महिला अधिकार संरक्षण समिति ग्वालियर मध्य प्रदेश की भावना दोहरे अध्यक्ष यह गरीब बच्चों को निशुल्क शिक्षा प्रदान करने के लिए कोचिंग चलाती हैं और अलग-अलग तरीके से कार्यक्रम आयोजित कर जागरूकता का कार्य करती हैं इस योगदान के लिए इनको सम्मानित किया गया। इसके साथ ही सोम लता, कल्पना वर्मा, कुसुम सुमन, यशोधरा पुनिया एडवोकेट(सभी महिलाओं को निशुल्क सलाह देती हैं), दीपा बाबू, बंदना राहुल, आशा गौतम, ज्योति कुबेर, और प्रिया सेंगर को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन अमर सिंह बंसल जी के द्वारा किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सुनीता आर्य ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम की अंतिम संख्या में समिति अध्यक्ष सुनीता गौतम ने सभी अतिथियों वशिष्ट अतिथियों एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही सुनीता आर्य ने कार्यक्रम में आए सभी बहनों का व महानुभावों का मंच से धन्यवाद दिया। आयोजकों में सुनीता गौतम, अध्यक्ष सचिव कांता राजोरिया, कोषाध्यक्ष पार्वती बंसल व निशा सोनी, सह सचिव काजल कदम, सूचना मंत्री गीता टैगोर, सीमा पर डोरिया, रेखा आर्य, ज्योति गौतम, निर्मला पारस  शामिल रही।

रीना शक्य अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति ग्वालियर की जिलाध्यक्ष और नींव शिक्षा जनकल्याण समिति की सचिव हैं।

गाँव के लोग
गाँव के लोग
पत्रकारिता में जनसरोकारों और सामाजिक न्याय के विज़न के साथ काम कर रही वेबसाइट। इसकी ग्राउंड रिपोर्टिंग और कहानियाँ देश की सच्ची तस्वीर दिखाती हैं। प्रतिदिन पढ़ें देश की हलचलों के बारे में । वेबसाइट की यथासंभव मदद करें।

3 COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

लोकप्रिय खबरें