भारत की लोककलाएं लगातार विलुप्त होती जा रही हैं। अनेक ऐसी कलाएं हैं जिनके कलाकार अपनी आखिरी पीढ़ी का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। शायद इनको आगे बढ़ाने वाले न हों। इनमें से ही एक पाँवरिया नृत्य अब विलुप्ति के कगार पर है। देखिए आजमगढ़ इप्टा के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत जाँघिया नृत्य और पाँवरिया नृत्य। लोकरंग में इस बार आजमगढ़ के बैजनाथ गंवार के निर्देशन में पहुंची इस टीम ने अपनी कला का प्रदर्शन किया।
देख लीजिए ये नृत्य फिर न दिखेंगे