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ग्राउंड रिपोर्ट

सामाजिक न्याय पदयात्रा पहुंची ललई सिंह पेरियार के गांव कठारा

तीन दिवसीय पदयात्रा 13 मार्च से गाँव माचा से शुरू होकर आज कांशीराम जयंती पर ललई सिंह यादव के गाँव कठारा पहुंची।

रामस्वरूप वर्मा और ललई सिंह पेरियार की स्मृति में सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) की सामाजिक न्याय पदयात्रा ललई सिंह पेरियार के गांव कठारा पहुंची। तीन दिवसीय पदयात्रा 13 मार्च से मार्च से शुरू हुई थी, जो आज कांशीराम जयंती पर कठारा पहुंची। इस सामाजिक न्याय पदयात्रा का स्वागत कठारा में पेरियार ललई सिंह के प्रपौत्र ललई बृजेंद्र सिंह यादव और पेरियार ललई सिंह यादव चैरिटेबल ट्रस्ट ऑफ इंडिया के सदस्य राहुल यादव, आकाश वर्मा, सौरभ यादव और ग्रामीणों ने किया।

कठारा में आयोजित कार्यक्रम में पदयात्रियों ने कहा कि रामस्वरूप वर्मा और ललई सिंह पेरियार के विचार इस मिट्टी में रचे बसे हैं। अंधविश्वास, आडंबर और रूढ़ियों के खिलाफ तार्किक अभिव्यक्ति अर्जक संघ ने एक सशक्त समाज का निर्माण किया है। रामस्वरूप वर्मा के गांव गौरीकरन और शोध संस्थान माचा में संगोष्ठी शोषित समाज दल और अर्जक संघ के नेता कार्यकर्ता शामिल हुए।

सामाजिक न्याय पदयात्रा : दूसरे दिन कानपुर के मंगलपुर होते हुए झींझक पहुंची

सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) समाजवादी नेताओं के विचारों को आम जनमानस तक पहुंचाने के लिए पदयात्रा का सहारा ले रहे हैं। व्यवस्था के पीड़ितों को वैचारिक रूप से एकजुट कर सामाजिक असमानता को खत्म करना सामाजिक न्याय पदयात्रा का लक्ष्य है। पदयात्रा में आयोजकों ने कहा कि संविधान और लोकतंत्र को कमजोर करके श्रमिकों के अधिकारों पर हमला किया जा रहा है। निजीकरण के जरिए सार्वजनिक उपक्रम को खत्म किया जा रहा है। 80 करोड़ लोग सरकारी अनाज पे जीने को मजबूर हैं, दूसरी तरफ कारपोरेट करोड़ों रुपए का चंदा भाजपा को दे रहे हैं। इस चंदे के बदले भाजपा कारपोरेट राज कायम कर रही है।

सामाजिक न्याय यात्रा में जाति जनगणना, महिलाओं को 33% के बजाए 50% आरक्षण और एसी/एसटी और ओबीसी महिलाओं का आबादी के अनुपात में कोटा तय करने की मांग, मंडल आयोग की सम्पूर्ण सिफारिशों को लागू किया जाए, कोलेजियम सिस्टम जैसे न्यायिक नासूर को खत्म किया जाए, नियुक्तियों में आरक्षण के प्रावधानों पालन किया जाए और मानकों का अनुपालन न करने वाले अधिकारियों को दण्डित करने, निजीकरण को समाप्त करने, निजी क्षेत्र में आरक्षण पूर्णतः लागू करने, निष्पक्ष चुनाव के लिए ईवीएम जैसी अविश्वसनीय पद्धति को समाप्त करने, चुनाव अनुपातिक प्रणाली पर कराने, दलितों, पिछड़ों, मुसलमानों के साथ सौतेला व्यवहार बंद करने जैसे मुद्दों पर जन संवाद किया।

मान्यवर कांशीराम के बहाने माचा से कठारा तक पदयात्रा, क्यों है इसकी जरूरत

पदयात्रा में सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) के राष्ट्रीय महासचिव संदीप पाण्डेय, के एम भाई, ओम द्विवेदी, महेश पाण्डेय, सोशलिस्ट किसान सभा के राष्ट्रीय महासचिव राजीव यादव, शंकर सिंह, राष्ट्र सेवा दल के सुरेंद्र गौतम, अर्जक संघ के राजेश आजाद, संतराम यादव, जगरूप, भंते बुद्ध शरण, छोटे सिंह यादव, छेदा लाल, देश राज, शोषित समाज दल के रविंद्र करियर शामिल थे।

गाँव के लोग
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