मणिपुर में भाजपा ने नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) और नगा पीपुल्स फ्रंट (NPF) के साथ गठबंधन किया है। मणिपुर में भाजपा का मुकाबला कांग्रेस के साथ है। मणिपुर में कुकी समुदाय से कोई भी प्रत्याशी चुनाव मैदान में नहीं है।
इंडिजीनियस ट्राइबल लीडर फोरम ने केंद्रीय सुरक्षा बल की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए पूछा है कि सुरक्षा बलों की तैनाती के बावजूद मैतेई समुदाय के सशस्त्र लड़ाकों ने बफर जोन को कैसे पार कर लिया ?
मैं आपका धन्यवाद करना चाहता हूं कि आपने मेरी सांसदी बहाल की। पिछली बार जब मैं बोला तो थोड़ा कष्ट भी पहुंचाया। इतनी जोर से अडाणीजी पर फोकस किया कि जो आपके सीनियर नेता हैं, उन्हें थोड़ा कष्ट हुआ। जो कष्ट हुआ, उसका असर आप पर भी हुआ। इसके लिए मैं माफी मांगता हूं। मैंने सिर्फ सच्चाई रखी थी।
सबसे बड़ी लड़ाई जमीन और जंगल की है। आदिवासी समुदाय का कहना है कि यदि मैतेई समुदाय को जनजाति का दर्जा मिल गया तो वह हमारी ज़मीनें हथिया लेंगे। जबकि मैतेई समुदाय भाजपा की एनआरसी व्यवस्था की मांग करते हुए कह रहा है कि ज्यादातर कूकी समुदाय के लोग म्यांमार से विस्थापित होकर यहाँ आए हैं। वह यहाँ के मूल निवासी नहीं है। इसके बावजूद जंगलों पर 80 प्रतिशत कब्जा उनका है।