Friday, September 13, 2024
Friday, September 13, 2024




Basic Horizontal Scrolling



पूर्वांचल का चेहरा - पूर्वांचल की आवाज़

होमTagsSocial media

TAG

social media

अच्छी नौकरी बनाम अच्छा वेतन : कॉर्पोरेट जितना खून चूसता है, उतना पौष्टिक भोजन खरीदने के पैसे नहीं देता

देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का समझौता कॉर्पोरेट से होता रहता है लेकिन उस मजबूत हुई अर्थव्यवस्था का असर आम जनता के जीवन की जरूरतों पर दिखाई नहीं देता बल्कि पूँजीपतियों का दुनिया के रईसों की सूची में आए हुए उनके नाम से सामने आता है। आर्थिक आंकड़ें और सामाजिक सूचकांकों में हुई प्रगति का विश्लेषण करने पर यह भले अन्य देशों से बेहतर दिखाई देगा लेकिन जमीनी हकीकत बद से बदतर है।

सोशल मीडिया महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रही है

पूजा, एक 31 वर्षीय महिला है। वह दिल्ली के उत्तम नगर इलाके में अपने पति और दो पुत्रों के साथ किराए के मकान में...

सोशल मीडिया से दूरी बनाना इतना अच्छा नहीं होता जितना आप सोचते हैं

डरहम, ब्रिटेन (भाषा)। चाहे आप ‘इनफ्लुएंसर’ हों, कभी-कभी कुछ पोस्ट साझा करने वाले हों या फिर किसी चर्चा में हिस्सा न लेकर सिर्फ गतिविधियों...

‘जी-20 मेहमानों’ को रोशनी का खेल दिखा रहा था प्रशासन, शहर-गाँव के लोग बिना बिजली के परेशान थे

वाराणसी। स्मार्ट सिटी और महानगर बन जाने के बावजूद वाराणसी के लोग बिजली की समस्या से जूझ रहे हैं। बीते 11 जून यानी जी-20...

सामाजिक ताने-बाने के साथ खेलती सोशल मीडिया

हाल के दिनों में सोशल मीडिया जनमत और प्रचलित सामाजिक विमर्श को प्रभावित करने का एक शक्तिशाली साधन बन गया है। कम कीमत, व्यापक...

सोशल मीडिया: जगत सा अराजक या अराजकता का जगत

(राजू पाण्डेय स्वभाव से बहुत सहज और सरल थे लेकिन बेहद जिद्दी और जुनूनी। वे कभी अपने नाम या शोहरत के लिए न तो...

कन्हैया के कातिल ये दोनों ही नहीं और भी हैं…

आसिफ़ा के बलात्कार और हत्या के आरोपियों के पक्ष में जिन्होंने तिरंगा यात्रा निकाली थी, जो इस तिरंगा यात्रा के पक्ष में तर्क दे...

बहुसंख्यक साम्प्रदायिकता की सियासत के खिलाफ बोलना होगा कांग्रेस को

कांग्रेस के चिंतन शिविर से निकली बातों पर सोशल मीडिया में ठीक-ठाक चर्चा हो रही है, बहुत से लोग जो भाजपा के शासन काल...

देश के लिए जरूरी हैं शरद यादव, लालू यादव और मुलायम सिंह यादव का पराक्रम(डायरी, 27 नवंबर 2021) 

संविधान दिवस का फेसबुकिया सेलिब्रेशन कल देर रात चलता रहा। कल ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी संविधान को लेकर अपना ज्ञान बांटा। सुप्रीम...

सांप्रदायिक हिंसा पर हमारा मौन घातक

त्रिपुरा में भी साम्प्रदायिक हिंसा का जहर पहुंच ही गया। मुख्यधारा के मीडिया ने इस दुःखद एवं दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम पर मौन बनाए रखा। प्रदेश...

कबीर से लेकर प्रेमचंद तक, सभी ने चुनौतियों का सामना किया

पथ जमशेदपुर के रंगकर्मी और निर्देशक निज़ाम का पिछले दिनों ऑल इंडिया थिएटर एसोसिएशन के वार्षिक सम्मेलन मे शामिल होने के लिए वाराणसी आना...

उत्तर प्रदेश चुनाव और जम्मू कश्मीर में बढ़ता आतंकवाद (डायरी 16 अक्टूबर, 2021)

बचपन में शब्दों को लेकर तरह-तरह के सवाल होते थे। मैं कोई अजूबा बच्चा नहीं था। ये सवाल मेरे मित्रों के मन में भी...

राज्य पोषित हिंसा का सबसे खतरानाक नमूना है लखीमपुर खीरी की घटना

लखीमपुर खीरी की घटना एक चेतावनी है- हमारे लोकतंत्र का स्वास्थ्य अच्छा नहीं है। अजय कुमार मिश्र जिनके हिंसा भड़काने वाले बयान एवं गतिविधियां...

सदियों में पैदा होते हैं हीरालाल          

बहुत दिनों तक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझते हुए अंततः चच्चा चले गए। चच्चा माने भोजपुरी के महान बिरहिया हीरालाल यादव। मुझे उनके नजदीक...

अगर हिन्दू धर्म हिन्दुत्व है तो कू क्लक्स क्लेन ईसाई धर्म है

गत 10 से 12 सितंबर तक एक ऑनलाइन वैश्विक संगोष्ठी आयोजित की गई जिसका विषय था डिसमेंटलिंग ग्लोबल हिन्दुत्व (वैश्विक हिन्दुत्व का विनिष्टीकरण)। इस...

भावनाएं केवल ताकतवालों की आहत होती हैं जज साहब! डायरी (3 सितंबर, 2021)

कल का दिन बेहद खास रहा। खास कहने के पीछे कोई व्यक्तिगत कारण नहीं है। वैसे भी जब आदमी तन्हा हो तो व्यक्तिगत कारणों...

ताज़ा ख़बरें