होमवीडियोशैक्षणिक संस्थानों में अनुशासन और धार्मिक स्वतंत्रता का सवाल ताज़ा ख़बरें गरीबों, चरवाहों एवं किसानों की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने की सरकारी रणनीति सामाजिक न्याय ज्ञानप्रकाश यादव - July 27, 2024 मिर्ज़ापुर में शवदाह का ठेका : अब धरकार नहीं, ठाकुर साहब बेचेंगे चिता जलाने की ‘आग’ ग्राउंड रिपोर्ट संतोष देव गिरि - July 26, 2024 बिहार : बेहिसाब परेशानियों को देखकर खेती के प्रति नई पीढ़ी का रुझान घट रहा है अर्थव्यवस्था गीता देवी - July 26, 2024 दुकानों पर नाम प्रकरण : निशाने पर पसमांदा मुसलमान, सुप्रीम कोर्ट ने लोकतन्त्र की हिमायत की राष्ट्रीय राम पुनियानी - July 26, 2024 राजस्थान : रोजगार के अभाव में भटक रहे हैं ग्रामीण, नहीं मिल रहा मनरेगा में काम विविध गाँव के लोग - July 24, 2024 Mirzapur : पत्थर खदान ने सिलकोसिस का मरीज बनाया इलाज टी.बी. का होता रहा ग्राउंड रिपोर्ट गाँव के लोग - July 24, 2024 संबंधित खबरें मिर्ज़ापुर में शवदाह का ठेका : अब धरकार नहीं, ठाकुर साहब बेचेंगे चिता जलाने की ‘आग’ राजस्थान : रोजगार के अभाव में भटक रहे हैं ग्रामीण, नहीं मिल रहा मनरेगा में काम गरीबों, चरवाहों एवं किसानों की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने की सरकारी रणनीति राजस्थान : शहरी क्षेत्रों के गरीब बस्ती में रहने वाले समुदाय को रोजगार देने की ज़िम्मेदारी किसकी? Bhadohi : बरसों के आंदोलन के बावजूद कोई सुनवाई नहीं, गाँव के डूब जाने का खतरा बढ़ा मिर्ज़ापुर में टी बी का इलाज : दवाओं से ज्यादा पाखंड का डोज़ शैक्षणिक संस्थानों में अनुशासन और धार्मिक स्वतंत्रता का सवाल शैक्षणिक संस्थानों में अनुशासन और धार्मिक स्वतंत्रता का सवाल ताहिरा हसन अनिता भारती तसनीम पटेल अपर्णा Author: गाँव के लोग February 5, 2022 6:12 PM FacebookTwitterWhatsAppEmail शैक्षणिक संस्थानों में अनुशासन और धार्मिक स्वतंत्रता का सवाल ताहिरा हसन अनिता भारती तसनीम पटेल अपर्णा TagsbanaraskashiliveyoutubestreamVaranasi Previous articleएक अभिनेता कितने जन्म लेता है?Next articleबिहार से एक नयी कहानी : डायरी (6 फरवरी, 2022) गाँव के लोगपत्रकारिता में जनसरोकारों और सामाजिक न्याय के विज़न के साथ काम कर रही वेबसाइट। इसकी ग्राउंड रिपोर्टिंग और कहानियाँ देश की सच्ची तस्वीर दिखाती हैं। प्रतिदिन पढ़ें देश की हलचलों के बारे में । वेबसाइट की यथासंभव मदद करें। LEAVE A REPLY Cancel reply Comment: Please enter your comment! Name:* Please enter your name here Email:* You have entered an incorrect email address! Please enter your email address here Website: Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. लोकप्रिय खबरें साम्प्रदायिक राष्ट्रवाद की ओर बढ़ती भारतीय राजनीति और बुलडोजर से तय होता न्याय मौजूदा फासिस्ट सत्ता के ध्वंस से ही बनेगा भगत सिंह और पाश के सपनों का भारत अंडिका गांव में तीसरे दिन भी किसानों और मजदूरों का धरना बकवास करने का अधिकार केवल ब्राह्मण वर्गों को है (डायरी 21 मई, 2022) पाकिस्तान की वर्तमान बदहाली से भारतवासियों को कितना खुश हो लेना चाहिए?