सामान्य दिनों की बात तो जाने दीजिये, स्वास्थ्य मेले के दिन भी पीएचसी में ताला लटका मिला। नाराज़ सीएमओ ने लापरवाही के लिए डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों का जून महीने का वेतन रोकते हुए जवाब मांगा है। गौरतलब है कि जिले के तमाम पीएचसी पर रविवार को मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला का आयोजन किया गया। लेकिन जब सीएमओ औचक निरीक्षण पर अर्बन नई बाज़ार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुँचे तो वहां ताला लटका हुआ था मौके पर उन्हें एक भी डॉक्टर या स्वास्थ्यकर्मी मौजूद नहीं मिला।
वहीं, जब सीएमओ डॉ. एसके चक निरीक्षण करने चौरी स्थित मई हरदो पट्टी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे तो वहां उन्हें तमाम तरह की खामियां देखने को मिलीं। जिस पर कार्रवाई करते हुए उन्होंने पीएचसी के स्वास्थ्यकर्मियों का जून महीने का वेतन रोकने का निर्देश ज़ारी किया था। पीएचसी परिसर में बड़ी-बड़ी जंगली घास उगी देख वॉर्ड ब्वॉय आलोक कुमार को साफ-सफाई का निर्देश देते हुए चेतावनी दी कि अगर अब ऐसी लापरवाही बरती तो सख़्त कार्रवाई होगी। इसके अलावा उन्होंने प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. आरके वर्मा को जल जीवन मिशन के तहत कनेक्शन करवाने का निर्देश दिया।
गौरतलब है कि रविवार 25 जून को भदोही के 17 पीएचसी पर स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया गया, जहाँ विभिन्न केन्द्रों पर 776 मरीज पहुंचे। इस दौरान उनके स्वास्थ्य की जांच-पड़ताल करके दवाइयां दी गईं। स्वास्थ्य मेले में आए अधिकतर मरीज सीजनल बीमारी से ग्रस्त पाए गए। मौसम में बदलाव के चलते लोगों को बुखार, बदन दर्द, जोड़ों का दर्द आदि की शिक़ायत थी। जबकि एक दिन पहले ही राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक संपन्न हुई थी। 24 जून को बैठक में डीएम गौरांग राठी ने अपील की थी कि संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान से संबंधित विभाग आपस में समन्वय बनाकर सफल बनायें। डीएम ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से बैठक में कहा था कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान में सभी का सहयोग अति महत्वपूर्ण है।