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छतीसगढ़ मे 19 महिलाएं पहुंचीं विधानसभा लेकिन काँग्रेस और भाजपा दोनों ने महिला शक्ति वंदन विधेयक की उड़ाई धज्जियां

रायपुर (भाषा)। छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीटों के लिए हुए चुनाव में केवल 19 महिलाएं ही चुनकर सदन तक पहुंची हैं। राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 15 और कांग्रेस ने   18 महिलाओं को अपना उम्मीदवार बनाया था। 54 सीटें जीतकर सत्ता हासिल करने वाली भाजपा से आठ और 35 सीटें जीतकर सत्ता […]

रायपुर (भाषा)। छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीटों के लिए हुए चुनाव में केवल 19 महिलाएं ही चुनकर सदन तक पहुंची हैं।

राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 15 और कांग्रेस ने   18 महिलाओं को अपना उम्मीदवार बनाया था। 54 सीटें जीतकर सत्ता हासिल करने वाली भाजपा से आठ और 35 सीटें जीतकर सत्ता से बाहर हुई कांग्रेस से 11 महिला उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है।

 महिलाओं को टिकट देने के मामले में लगभग सभी राष्ट्रीय पार्टियां पीछे रहीं। एक तरफ जहां बीजेपी ने कुल यहाँ पर 15 महिलाओं यानि 16.5%  महिलाओं को टिकट दिया, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने थोड़ी उदारता दिखते हुए 18 महिलाओं यानि 20% को ही उम्मीदवार बनाया। जबकि दोनों ही पार्टियों को 30-30 महिला उम्मीदवारों को टिकट देना चाहिए था। इस प्रकार दोनों ही पार्टियों ने महिला भागीदारी के सवाल पर मुंह चुराया है। बीजेपी का महिलाओं को टिकट देने के मामले में यहाँ दोहरा चरित्र उजागर हुआ। विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पूर्व भाजपा महिलाओं को 33% प्रतिशत आरक्षण के मुद्दे को ना सिर्फ ज़ोर शोर से उठाया बल्कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम  को लोकसभा के साथ ही राज्यसभा से भी पास कराया गया था।

रविवार को हुई मतगणना के अनुसार, भाजपा की महिला उम्मीदवार, केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने भरतपुर सोनहत सीट से, लक्ष्मी राजवाड़े ने भटगांव सीट से, शकुंतला सिंह पोर्ते ने प्रतापपुर सीट से, उद्देश्वरी पैकरा ने सामरी सीट से, रायमुनि भगत ने जशपुर सीट से, सांसद गोमती साय ने पत्थलगांव सीट से, भावना बोहरा ने पंडरिया सीट से तथा पूर्व मंत्री लता उसेंडी ने कोंडागांव सीट से जीत हासिल की है।

वहीं कांग्रेस की महिला उम्मीदवारों में विद्यावती सिदार ने लैलूंगा सीट से, उत्तरी जांगड़े ने सारंगढ़ सीट से, शेषराज हरबंश ने पामगढ़ सीट से, चतुरी नंद ने सरायपाली सीट से, कविता प्राण लहरे ने बिलाईगढ़ सीट से, अंबिका मरकाम ने सिहावा से, संगीता सिन्हा ने संजारी बालोद से, मंत्री अनिला भेड़िया ने डौंडी लोहारा से, यशोदा निलांबर वर्मा ने खैरागढ़ से, हर्षिता स्वामी बघेल ने डोंगरगढ़ से और सावित्री मनोज मंडावी ने भानुप्रतापपुर से जीत हासिल की है। इनमें से उत्तरी जांगड़े, संगीता सिन्हा और सावित्री मंडावी मौजूदा विधायक हैं।

छत्तीसगढ़ राज्य में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुष मतदाताओं से अधिक है। राज्य में 20,393,160 मतदाताओं में से 10,256,865 महिला मतदाता तथा 10,135,543 पुरुष मतदाता हैं। इनमें से 7,812,631 महिला मतदाताओं ने और 7,748,612 पुरुष मतदाताओं ने इस चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।

राज्य की कुल 90 सीटों में से 50 सीटें ऐसी हैं जहां महिला मतदाताओं की संख्या पुरुष मतदाताओं से अधिक है।

राज्य में चुनाव लड़ने वाले अन्य राजनीतिक दलों में से जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने 11 महिलाओं को, बहुजन समाज पार्टी ने सात महिलाओं को ओर आम आदमी पार्टी ने पांच महिलाओं को टिकट दिया था।

महिलाओं के प्रति ‘उदार’ का संदेश देने के पीछे बीजेपी की नजर महिलाओं को संसद में बल प्रदान करना नहीं था बल्कि महिला आरक्षण विधेयक के बहाने पाँच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को साधना था। यदि महिलाओं के उत्थान के प्रति भाजपा सही मायने में संवेदनशील रहती तो इन चुनावों में महिलाओं की संख्या भी दिखती जो की पाँच राज्यों के चुनाव में कहीं नहीं दिखा।

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