दिल्ली। साल का अंत होते-होते कोरोना संक्रमण ने फिर से रफ्तार पकड़ लिया है। आज देश में कोरोना के 640 नए मामले दर्ज किए गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में कोरोना के कुल सक्रिय मरीज बढ़कर 2997 हो गए हैं। वहीं, केरल में कोरोना से एक और मरीज की मौत हो गई है।
बता दें कि गुरुवार को केरल में तीन, कर्नाटक में दो और पंजाब में एक व्यक्ति की कोरोना संक्रमण से मौत हुई थी। संक्रमण दर अभी देश में 1.19 प्रतिशत है। मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, देश में अभी तक कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत 220.67 करोड़ खुराकें दी गई हैं।
दूसरी तरफ, महाराष्ट्र में बीते 24 घंटे में कोरोना के 8 नए सक्रिय मामले मिले हैं, जिसके बाद राज्य में कुल सक्रिय मामले बढ़कर 53 हो गए हैं। गुजरात में 32, गोवा में 16, तमिलनाडु में 104, तेलंगाना में 19 कोरोना के सक्रिय मरीज हैं। हालांकि, राज्य सरकारों का कहना है कि घबराने की जरूरत नहीं है और स्वास्थ्य सेवाएं हालात से निपटने के लिए तैयार हैं।
देश के कई राज्यों में वैरिएंट जेएन.1 की पुष्टि के बाद कोविड-19 के मामलों में अप्रत्याशित रूप से बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। देश के खासकर चार राज्यों (केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और गोवा) में कोरोना के केसों में जबरदस्त उछाल आया है। कोरोना का यह नया वैरिएंट जेएन.1 दुनियाभर के 40 देशों में कहर बरपा रहा है। सबसे पहले सिंगापुर, फिर चीन और अमेरिका जैसे देशों में बड़ी संख्या में कोरोना केस दर्ज हुए हैं। कई अस्पतालों में बेड फुल हैं।
वहीं, केरल में बीते 24 घंटे में कोरोना के लगभग 300 नए सक्रिय मामले सामने आए हैं। गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह आँकड़े जारी किए हैं। मंत्रालय के अनुसार, बीते 24 घंटे में देशभर में कोरोना के 358 नए सक्रिय मामले सामने आए हैं, इनमें से 300 अकेले केरल में ही मिले हैं। इसके साथ ही राज्य में कोरोना के कुल सक्रिय मामले बढ़कर 2,341 हो गए हैं।
देश में कुल सक्रिय मामले बढ़कर 2997 हो गए हैं। बीते 24 घंटे में कोरोना से सात मरीजों की मौत हुई है। दूसरी तरफ, कर्नाटक और चंडीगढ़ में सरकारों ने सार्वजनिक जगहों पर मास्क अनिवार्य कर दिया है। केंद्र सरकार भी लगातार राज्यों पर नजर रख रहा है।
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हाल ही में डब्ल्यूएचओ की ओर से इस वैरिएंट को लेकर कहा गया है कि यह ज्यादा खतरनाक नहीं हैं। डब्ल्यूएचओ ने इसे वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट का नाम दिया हैं। हालांकि हार्ट या अन्य किसी गम्भीर बीमारियों से जूझ रहे वरिष्ठ नागरिकों और बीमार लोगों को भीड़भाड़ वाली जगह पर मास्क पहनने की सलाह भी दी जा रही है।
बूस्टर डोज लगवाने की जरूरत नहीं
नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन इम्यूनाइजेशन प्रमुख (भारत सरकार) डॉ. नरेंद्र अरोड़ा बताते हैं कि कोरोना का जेएन.1 वैरिएंट आमतौर पर होने वाले सर्दी-खांसी-जुकाम की तरह है। ऐसे में इससे बचाव के लिए वैक्सीन की बूस्टर डोज लगवाने की जरूरत नहीं है। वह बताते हैं कि मनुष्य के शरीर में मौजूद रोग प्रतिरोधक क्षमता ही इसके लिए पर्याप्त है।
वहीं, डब्ल्यूएचओ का कहना है कि चूंकि यह वैरिएंट जेएन.1, बीए.2.86 वेरिएंट का ही एक हिस्सा है, जो कि ओमिक्रोन का सबवैरिएंट है, इस लिहाज से अगर कोई वैक्सीन लेता भी है, तो वह इस स्ट्रेन के खिलाफ पूरी तरह कारगर है।
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने बीते बुधवार को जानकारी दी थी कि भारत में कोरोनो वायरस नए वैरिएंट जेएन.1 के अब तक 21 मामले सामने आए हैं। उन्होंने कहा है कि इससे घबराने की कोई जरूरत नहीं है। विशेषज्ञों ने कहा कि देश के अस्पतालों में उपलब्ध उपचार इस वैरिएंट के खिलाफ प्रभावी हैं। संक्रमण हल्का है और बाजार में उपलब्ध वैक्सीन इसके लिए प्रभावी है।
बढ़ते संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लगातार मास्क पहनने और कोविड अनुरूप व्यवहार करने की सलाह दी है। ऐसे में ये सवाल उठ रहा है कि क्या कोरोना की पहली, डेल्टा और ओमिक्रोन की लहरों में रक्षा कवच का काम कर चुकी वैक्सीन के बूस्टर डोज की एक बार फिर जरूरत है, या पुरानी वैक्सीन ही इस स्ट्रेन से बचा लेगी।
कोरोना से विश्वभर में 1311 की मौत
वर्ल्ड हेल्थ आर्गनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) की ओर से बीते 11 दिसम्बर को जारी रिपोर्ट के अनुसार, विश्वभर में 4,30,266 कोविड मरीज हैं और 1311 लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 594 नए मामले दर्ज किए गए थे, जिससे उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 2,669 हो गई जो इससे एक दिन पहले 2,331 थी।
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वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आज सुबह आठ बजे अद्यतन किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश में कोविड-19 के कुल मामलों की संख्या 4.50 करोड़ (4,50,04,816) हो गई। वहीं छह मरीजों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 5,33,328 हो गई, जिसमें केरल में तीन, कर्नाटक में दो और पंजाब में एक मरीज की जान चली गई।
आंकड़ों के अनुसार, इस बीमारी से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,44,70,887 हो गयी है और स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 98.81 प्रतिशत है। संक्रमण से जान गंवाने की दर 1.19 फीसदी है। मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, देश में अभी तक कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत 220.67 करोड़ खुराक दी गयी हैं।