प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक साल की हठधर्मिता के बाद अचानक गुरु पूर्णिमा के दिन तीनों कृषि बिल वापस लेने की घोषणा से सबको चौंका दिया। उन्होंने किसानों से माफी मांगी लेकिन संयुक्त किसान मोर्चा ने यह कहकर गेंद उनके पाले में डाल दी की इसे संसद में वापस लीजिये और एमएसपी की गारंटी तय कीजिये। इस घोषणा के पीछे प्रधानमंत्री की मंशा क्या है और किसान नेता इसके बारे में क्या सोचते हैं इसको लेकर उत्तर प्रदेश के जाने-माने किसान नेता रामजनम से गाँव के लोग के संपादक रामजी यादव की बातचीत देखिये।
इधर बीच
ग्राउंड रिपोर्ट
कृषि बिल वापसी के पीछे सरकार के निहितार्थ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक साल की हठधर्मिता के बाद अचानक गुरु पूर्णिमा के दिन तीनों कृषि बिल वापस लेने की घोषणा से सबको चौंका दिया। उन्होंने किसानों से माफी मांगी लेकिन संयुक्त किसान मोर्चा ने यह कहकर गेंद उनके पाले में डाल दी की इसे संसद में वापस लीजिये और एमएसपी की गारंटी तय […]

गाँव के लोग
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