प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के नागेपुर गांव का चयन आदर्श गाँव के रूप में किया था। नागेपुर में पिछले तीन दिनों से पेयजल आपूर्ति बंद है। ग्रामीणों का आरोप है कि आपरेटर राजेश कुमार मौर्य को पिछले तीन सालो से वेतन नही मिला है। बकाया वेतन न मिलने के कारण आपरेटर ने विरोध स्वरूप सप्लाई बाधित कर दिया है, जिसके कारण प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा गोद लिये गये गांव में पेयजल सप्लाई बंद है।
पेयजल आपूर्ति बंद होने की वजह से नाराज ग्रामीणों ने गाँव में शनिवार को नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने जलकल विभाग को हिदायत देते हुए चेताया कि यदि जल्द ही आपरेटर को बकाया वेतन देकर पेयजल आपूर्ति बहाल नहीं की गयी, तो ग्रामीण व्यापक आंदोलन के लिए बाध्य होंगे; जिसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। आपूर्ति बंद होने की वज़ह जानने पर आपरेटर ने बताया कि वेतन नहीं मिलने से हमारे परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो गयी है और परिवार का गुजारा बड़ा मुश्किल से हो रहा है। कई बार शिकायत के बाद भी अब तक विभाग की ओर से कोई सुधि नहीं ली गयी है। प्रशासन के कान पर जूं नहीं रेंगने के कारण सप्लाई बाधित किया हूॅ।
पेयजल आपूर्ति बाधित होने की जानकारी मिलते ही सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता मौक़े पर पहुँचकर ग्राम प्रधान मुकेश कुमार के साथ जेई से वार्ता कर आपरेटर के वेतन संबंधी समस्या का समाधान निकालने की बात कही। जेई से आश्वासन मिलने के बाद आपरेटर मौर्य ने पेयजल की सप्लाई हेतु एक घंटे के लिए पम्प चालू किया, साथ ही आपरेटर राजेश मौर्य ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द बकाया वेतन भुगतान नहीं किया गया तो पूरी तरह से आपूर्ति ठप कर देंगे। उधर ग्राम प्रधान मुकेश कुमार ने कि बताया कि ओवरहेड टैंक संबंधित विभाग द्वारा आज तक ग्राम सभा को हैंडओवर नहीं होने से यह समस्या है। विरोध प्रदर्शन में जड़ावती देवी, जगरूपनी देवी, कमला देवी, सनजीरा, शांति, मनोज कुमार उर्फ़ डबलू आदि शामिल थे।