ई जाति भारतीय वर्ण व्यवस्था के अनुसार शूद्र समाज में आता है। इसलिए शुद्र होने के कारण कोई उन्हें अपने दुआर पर पानी तक नहीं पूछता था। भिखारी ठाकुर के जीवन की अपनी विडंबना थी, समाज के व्यवहारिक एवं सैद्धांतिक पक्ष को वे अच्छी तरह जानते थे इसलिए उनकी कविताओं में उनके समाज और जीवन का यथार्थ चित्रण दिखाई देता है। अपने जीवन के इन्हीं अनुभवों से वे नाई बहार जैसा कालजयी रचना करने में समर्थ हुए।

दीपक शर्मा युवा कवि और कथाकार हैं।