Monday, May 13, 2024
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किसानों और युवाओं की समस्याओं के आगे हवा हो गया चार सौ सीट का भाजपाई दावा : अखिलेश यादव

लोकसभा चुनाव के दो चरण के मतदान हो चुके हैं। दो चरणों के चुनावों में भाजपा को जनता की भावना समझ आई कि जनता 400 सीटें हराने जा रही है तो भाजपा अपना नारा भूल गई, यह बात सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संभल में अपनी जनसभा में जनता को संबोधित करते हुए कही। 7 मई को तीसरे चरण का मतदान में 10 लोकसभा सीट के लिए 182 उम्मीदवारों ने नामांकन भरा है

संभल (उप्र)। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आम चुनाव के तीसरे चरण में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को एक भी सीट न मिलने का दावा करते हुए रविवार को कहा कि जनता की भावनाओं को समझा सत्तारूढ़ दल 400 पार का नारा भूल गया है।

तीसरे चरण में 10 सीट – संभल,  हाथरस,  आगरा,  फतेहपुर सीकरी, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला और बरेली में सात मई को मतदान होगा।

संभल में पार्टी उम्मीदवार जिया-उर-रहमान बर्क के समर्थन में आयोजित चुनावी जनसभा को अखिलेश यादव ने संबोधित करते हुए कहा, ‘भाजपा लगातार 400 पार का नारा  दे रही थी लेकिन दूसरे चरण का चुनाव समाप्त होने पर भाजपा 400 पार का नारा भूल गई।’

भाजपा को जनता की हवा का रुख पता नहीं था, इसलिए 400 पार का दावा कर रहे थे और जब दो चरणों के चुनावों में जनता की भावना समझ आई कि जनता 400 सीटें हराने जा रही है तो भाजपा अपना नारा भूल गयी।

पहले चरण में पश्चिम से जो हवा चली उसने भाजपा को पलटने का काम किया, उनकी सरकार को बदलने का काम किया। दूसरे चरण में भी वही दिखा, लोग भाजपा को स्वीकार नहीं कर रहे। तीसरे चरण में अब आपकी जिम्मेदारी है।

अखिलेश यादव ने संभल से अपना रिश्ता जोड़ते हुए कहा, इस हिस्से से लेकर हमारे घर (इटावा-मैनपुरी) तक चुनाव है। इस क्षेत्र से नेताजी मुलायम सिंह यादव भी सांसद रह चुके हैं। यहां से लेकर मैनपुरी तक वोट पड़ने जा रहा है। इस चरण में मैं कह सकता हूं कि भाजपा का किसी भी लोकसभा में खाता नहीं खुलने वाला।

सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव 1998 और 1999 में दो बार संभल लोकसभा क्षेत्र से सांसद रह चुके हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जब उन सीट की गिनती हो जहां भाजपा सबसे ज्यादा मतों से हारी हो, तो उनमें संभल संसदीय सीट का भी नाम होना चाहिए।

यह चुनाव बर्क साहब को श्रद्धांजलि देने का भी चुनाव है। हमने लोकप्रिय शफीक-उर-रहमान बर्क साहब को टिकट दिया लेकिन वह हमारे बीच नहीं रहे। यह श्रद्धांजलि देने का चुनाव है। वहीं जिंदादिल यादों का भी चुनाव है। वह अपने लोगों के हक अधिकार के लिए हमेशा खड़े रहते थे।”

संभल से सपा सांसद शफीक-उर-रहमान बर्क चुनाव में पार्टी के उम्मीदवार घोषित किये गये थे लेकिन उसी दौरान उनका निधन हो गया था।

सपा अध्यक्ष ने दावा किया कि यह चुनाव संविधान मंथन का चुनाव है, क्योंकि एक तरफ भाजपा के लोग हैं संविधान बदलना चाहते हैं और दूसरी ओर विपक्षी दलों का गठबंधन इंडिया और समाजवादी लोग हैं, जो संविधान की रक्षा करना चाहते हैं।

उन्होंने दावा किया, ‘एक तरफ संविधान के रक्षक लोग हैं और दूसरी तरफ संविधान के भक्षक लोग हैं।’

अपने भाषण में आरोप लगते हुए कहा कि, ‘संविधान को समाप्त करने और हमारा-आपका वोट का अधिकार छीनने के लिए भाजपा साजिश कर रही है, इसलिए यह चुनाव संविधान को और अपने अधिकार को बचाने का चुनाव है।’

उन्होंने कहा कि जो लोग संविधान बदलने निकले हैं, उनको जनता बदल देगी।

भाजपा हमेशा से ही किसानों विरोधी रही है और उन्हें अपमानित करने में पीछे नहीं रही। किसानो आंदोलन में सरकार ने उनके साथ ल्क्य किया सभी अच्छी तरह जानते हैं। समाजवादी-‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार किसानों का कर्ज माफ करेगी और फसलों की एमएसपी की गारंटी देगी।

सपा प्रमुख ने भाजपा पर किसानों की तरह नौजवानों को भी धोखा देने का आरोप लगाया और कहा कि सत्तारूढ़ दल ने नौजवानों के लिए हर साल दो करोड़ नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन भाजपा जब से सरकार में आयी है, हर भर्ती परीक्षा के पेपर लीक हो रहे हैं।

भाजपा सरकार ने सेना में स्थायी भर्ती समाप्त कर ‘अग्निवीर’ योजना लाकर चार साल की नौकरी कर दी।

उन्होंने पुलिसकर्मियों को लेकर अंदेशा जाहिर किया कि यह सरकार खाकी वर्दी वालों नौकरी भी की भी ‘अग्निवीर’ की तरह ही तीन साल की कर देगी।

लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 19 अप्रैल को उप्र में आठ और दूसरे चरण में 26 अप्रैल को आठ सीट पर मतदान हुआ और ये ज्यादातर सीट पश्चिमी उत्तर प्रदेश की हैं।

तीसरे चरण में 10 सीट– संभल,  हाथरस,  आगरा,  फतेहपुर सीकरी, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला और बरेली में सात मई को मतदान होगा।

प्रदेश की कुल 80 सीटों पर सभी सात चरणों में मतदान सम्पन्न होगा।

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