वाराणसी संसदीय क्षेत्र में एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अजय राय आमने-सामने हैं। मोदी से लगातार दो बार परास्त होने के बाद अजय राय इस बार जिन मुद्दों पर चुनाव लड़ रहे हैं, क्या ये मुद्दे उन्हें संसद तक पहुंचा पाएंगे?
तीन बार कांग्रेस से विधायक चुने जाने के बाद, अजय कपूर भाजपा में शामिल हो गए हैं। सवाल यह उठता है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में कानपुर की यह सीट अब किसके खाते में गिरेगी?
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद एसबीआई ने इलेक्ट्रॉल बॉन्ड की सूची चुनाव आयोग को सौंप दी थी, जिसके बाद चुनाव आयोग ने अपनी वेबसाइट पर इस बॉन्ड को खरीदने और भुनाने वालों की सूची जारी की। इस सूची में बॉन्ड भुनाने वालों में भाजपा का नाम सबसे ऊपर है।
कई हफ्तों की जद्दोजहद और अफवाहों के बीच सपा के महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने अंततः समाजवादी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी त्यागपत्र दे दिया। खबर है कि मौर्य अब नई पार्टी बनाएँगे।
इलाहाबाद। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की स्वीकृति से समाजवादी अधिवक्ता सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्ण कन्हैया पाल द्वारा समाजवादी अधिवक्ता सभा...
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में यूं तो भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस जैसी राष्ट्रीय पार्टियों के अतिरिक्त स्थानीय क्षेत्रीय राजनीतिक पार्टियां भी चुनावी मैदान...
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राधाकृष्ण उर्फ संजय यादव बीस साल से बनारस के राजनीतिक हलके में सक्रिय हैं। वे तत्कालीन चिरईगाँव विधानसभा (अब शिवपुर) से चुनाव लड़ चुके...