Saturday, July 27, 2024
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अल्पसंख्यकों के खिलाफ बहुसंख्यकों को खड़ाकर समाज बांटने का काम कर रही है भाजपा

पेरियार जयंती की पूर्व संध्या पर माले नेता कॉ. जगदीश राम को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई लोकतंत्र की रक्षा के लिए सांप्रदायिक, जातिवादी भाजपाई राजनीति को बेदखल करना ही पेरियार जैसे महापुरुषों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि – बैद्यनाथ यादव दरभंगा। सामाजिक क्रांति के अग्रदूत ई.वी.रामासामी पेरियार की जयंती की पूर्व संध्या पर भाकपा माले एवं […]

पेरियार जयंती की पूर्व संध्या पर माले नेता कॉ. जगदीश राम को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई

लोकतंत्र की रक्षा के लिए सांप्रदायिक, जातिवादी भाजपाई राजनीति को बेदखल करना ही पेरियार जैसे महापुरुषों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि – बैद्यनाथ यादव

दरभंगा। सामाजिक क्रांति के अग्रदूत ई.वी.रामासामी पेरियार की जयंती की पूर्व संध्या पर भाकपा माले एवं जन संस्कृति मंच के संयुक्त तत्वावधान में संगोष्ठी आयोजित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ माले नेता आरके सहनी एवं विद्यानंद राम ने की। कार्यक्रम की शुरुआत चर्चित माले नेता कॉ. जगदीश राम को श्रद्धांजलि दे कर हुई।

इस मौके पर वरिष्ठ माले नेता आरके सहनी ने कहा कि आज का जो माहौल है उसमें हमारी आजादी, लोकतंत्र, सामाजिक सौहार्द दांव पर लगा हुआ है।

कॉ. जगदीश राम की पार्टी माले विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ लड़ रही है। सांप्रदायिक, जातिवादी उन्माद के खिलाफ हर लड़ाई में कामरेड जगदीश राम हमें ऊर्जा प्रदान करते रहेंगे। उन्होंने आगे कहा कि पेरियार की धर्मांधता के विरुद्ध जो वैज्ञानिक चेतना का दर्शन दिया है, वो बहुत ही समाजोपयोगी है।

माले जिला सचिव बैद्यनाथ यादव ने कहा कि व्यवहार से ही सिद्धांत की परख होती है। लोकतंत्र बचाने के देशव्यापी संघर्ष में बिहार ने जो एक मॉडल पेश किया है, जिसका वैचारिक नेतृत्व माले कर रही है। जगदीश जी इसी पार्टी की क्रांतिकारी विरासत का अभिन्न अंग है।

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आज अगर पेरियार, अंबेडकर, भगत सिंह जिंदा होते तो निश्चित ही लोकतंत्र बचाने की हमारी लड़ाई की अगुआई कर रहे होते। आज हम उनके स्वप्नों को पूरा करने के लिय संघर्षरत हैं। हमारा संदेश साफ है कि देश संविधान से चलेगा, मनुस्मृति से नहीं।

वहीं, जसम राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य डॉ. सुरेंद्र सुमन ने कहा कि भारतीय क्रांति का रास्ता भगत सिंह, अम्बेडकर, पेरियार के रास्तों से ही हो कर गुजरता है। पेरियार के विचार यथास्थितिवादी मानसिकता के लिए विस्फोटक के समान है।

मुख्य वक्ता वाजिब अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विद्यानंद राम ने जगदीश राम जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि देश को आजाद हुए भले 70–75 बरस हो गए हों लेकिन ये लोकतंत्र हम दलितों–शोषितों तक पहुंचा ही नहीं है जैसे। आज भी रोहित वेमुला मारे जा रहे, जातीय भेदभाव चरम पर है, स्त्री द्वेष घृणात्मक रूप लेता जा रहा। पेरियार और जगदीश राम के ख्वाब अब भी अधूरे हैं। उन्हें पूरा करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है।

इस अवसर पर कल्याणपुर विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी माले नेता रंजीत राम, किसान नेता केसरी यादव, बलराम राम, वरिष्ठ नेता गंगा मंडल, अशर्फी राम, विजय महासेठ, विक्की विराट, विश्वनाथ राम, मो. मुस्तफिज़ बेग आदि ने भी अपने विचार रखे। मौके पर कामेश्वर पासवान, अवधेश सिंह, रानी सिंह, मयंक कुमार, संदीप कुमार सहित बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति रही।

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