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भदोही के सरकारी स्कूलों में अब भी ज़मीन पर पढ़ते हैं बच्चे

तीन सीटर बेंच के लिए 6800 रुपये देगी सरकार भदोही। जिले में फिलहाल 892 प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और कंपोजिट विद्यालय संचालित हो रहे हैं। इनमें 1 लाख, 90 हजार बच्चे पंजीकृत हैं, लेकिन जिले में बड़ी संख्या में ऐसे विद्यालय हैं, जहां बच्चों को ज़मीन पर ही बैठकर पढ़ना पड़ता है। पूर्व में जिले के […]

तीन सीटर बेंच के लिए 6800 रुपये देगी सरकार

भदोही। जिले में फिलहाल 892 प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और कंपोजिट विद्यालय संचालित हो रहे हैं। इनमें 1 लाख, 90 हजार बच्चे पंजीकृत हैं, लेकिन जिले में बड़ी संख्या में ऐसे विद्यालय हैं, जहां बच्चों को ज़मीन पर ही बैठकर पढ़ना पड़ता है।

पूर्व में जिले के शिक्षा विभाग की ओर से भेजे गए प्रस्ताव पर शासन ने 123 विद्यालयों के लिए तीन सीटर बेंच देने की मंजूरी दी है। इस क्रम में जिले के 123 प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में बच्चों को तीन सीटर बेंच की सुविधा मिलेगी।

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि 123 स्कूलों में तीन सीटर बेंच खरीदने के लिए 5 करोड़, 10 लाख, 68 हजार स्वीकृत हुआ है। जुलाई में ही इसे विद्यालय में भेजना है। इसके लिए शासनादेश के तहत जल्द ही निविदा आमंत्रित कर ख़रीद की प्रक्रिया पूर्ण कर ली जाएगी। चिह्नित विद्यालयों में इसकी आपूर्ति होगी। बजट मिलने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग स्कूल खुलने पर बेंच आपूर्ति की तैयारी में जुट गया है।

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गौरतलब है कि ऑपरेशन कायाकल्प सहित अन्य योजनाओं से जिले के सरकारी विद्यालयों को चमकाया जा रहा है। इसी क्रम में परियोजना कार्यालय से 6008 तीन सीटर बेंच ख़रीदने के लिए पांच करोड़, 10 लाख, 68 हजार रुपये स्वीकृत किए गए हैं। शासन ने यह माना है कि एक बेंच के निर्माण पर 8500 रुपये ख़र्च होंगे। विभागीय आंकड़ों के मुताबिक, 74 स्कूलों में बेंच पूरी तरह से लग गए हैं, जबकि 511 विद्यालयों में आंशिक रूप से बेंच लगे हैं। 301 विद्यालय में अभी तक बेंच आदि की सुविधा नहीं है। 123 स्कूलों में बेंच लगने के बाद भी जिले में 175 विद्यालय बचेंगे, जहां बेंच नहीं होगा और बच्चे ज़मीन पर बैठकर पढ़ाई करेंगे।

वहीं दूसरी ओर, अब बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में तैनात रसोइया भी यूूनीफार्म में नज़र आएंगे। महिला रसोइयों को साड़ी में और पुरुष रसोइयों को पैंट शर्ट पहनकर विद्यालय आना होगा। इसके लिए शासन ने रंग का भी निर्धारण कर दिया है। क़रीब तीन महीने पूर्व साड़ी और पैंट-शर्ट के लिए शासन ने पैसा भेजा था, लेकिन तीन महीने बाद रंग तय किया गया है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने मीडिया को बताया है कि महिला रसोइयां भूरे रंग की साड़ी पहनकर जबकि पुरुष रसोइयां भूरे रंग की पैंट और बादामी रंग की शर्ट पहनकर विद्यालय आएंगे। उन्होंने बताया कि विद्यालय खुलने पर यह व्यवस्था प्रभावी होगी। इसके लिए सभी खंड शिक्षा अधिकारी को पत्र भेजा जा चुका है। बताया कि 892 स्कूलों में क़रीब तीन हजार रसोइयां कार्यरत हैं।

सुशील मानव गाँव के लोग डॉट कॉम के भदोही स्थित संवाददाता हैं।

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