चंडीगढ़। पंजाब-हरियाणा की खनौरी सीमा पर और शंभू बॉर्डर पर किसानों के चल रहे आंदोलन के बीच आंदोलनकारी और पुलिस के बीच झड़प होने के बाद पुलिस की गोली से एक युवा किसान की मौत हो गई। जिसके बाद किसान नेताओं ने बुधवार को ‘दिल्ली चलो’ मार्च दो दिन के लिए स्थगित कर दिया।
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने शंभू सीमा पर संवाददाताओं से कहा कि वे शुक्रवार शाम को आगे की रणनीति तय करेंगे।
किसान आंदोलन समाप्त करने और उनकी मांगों पर विचार करने के लिए 18 फरवरी, रविवार को तीन मंत्रियों के साथ चौथे दौर की बातचीत बेनतीजा समाप्त हो गई। इसके बाद दो दिन की शांति के पश्चात कल 21 फरवरी को खनौरी और शंभू बार्डर पर पंजाब के किसानों ने सुबह अपना आंदोलन फिर से शुरू कर दिया। जिसमें पंजाब, हरियाणा और आसपास के किसान एकत्रित हुए थे।
किसानों की मांग है की 2021 में सरकार द्वारा 13 माह चले आंदोलन को वापस लेने के तीन कृषि कानून वापस लेने के साथ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के कानून गारंटी जल्द लागू करने का वादा किया था। इन्हीं मांगों के साथ कृषि ऋण माफी, किसानों को पेंशन देने सहित अपनी मांगों को लेकर हजारों किसान दो सीमा बिंदुओं पर डेरा डाले हुए हैं और दिल्ली की तरफ बढ़ने की कोशिश में हैं। लेकिन सरकार ने दोनों प्रदेशों के बीच सात-सात दीवारों का बेरिकेड लगवा दिया है ताकि किसान किसी भी तरह दिल्ली की तरफ न आ सके।
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि किसान खनौरी सीमा पर घटनाक्रम की समीक्षा करेंगे, जहां हरियाणा की पुलिस के साथ झड़प के बाद एक किसान की मौत हो गई। उन्होंने कहा, ‘’हम खनौरी घटना की समीक्षा करने के बाद अगली रणनीति तय करेंगे। दिल्ली मार्च दो दिन तक स्थगित रहेगा।’’
बातचीत के लिए केंद्र के निमंत्रण के मुद्दे पर सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि किसानों ने एमएसपी मुद्दे के समाधान के लिए बैठक आयोजित करने की मांग रखी थी।
उन्होंने शंभू और खनौरी सीमा पर किसानों के खिलाफ ‘बल’ प्रयोग करने के लिए केंद्र और हरियाणा के सुरक्षाकर्मियों की आलोचना की।
साथ ही कहा कि किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल स्थिति का जायजा लेने के लिए खनौरी गए हैं। उन्होंने सरकार पर किसानों के आंदोलन को पटरी से उतारने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
वहीं, हरियाणा सरकार ने किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च के मद्देनजर बुधवार को सात जिलों में 23 फरवरी तक मोबाइल इंटरनेट और एक साथ कई संदेश (एसएमएस) भेजने की सेवाओं पर प्रतिबंध की समय सीमा बढ़ा दी है।
सरकार ने एक आदेश में कहा कि अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जिंद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध रहेगा।
किसान नेता बलदेव सिंह सिरसा ने कहा कि मृतक की पहचान पंजाब के बठिंडा जिले के बालोके गांव के निवासी शुभकरण सिंह (21) के रूप में की गई है। मृतक के सिर पर चोट लगी थी जबकि अन्य दो लोगों की हालत स्थिर है।
पटियाला स्थित राजिंदर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक एचएस रेखी ने संवाददाताओं से कहा कि तीन लोगों को खनौरी सीमा बिंदु से अस्पताल लाया गया था जिनमें से एक की मौत हो चुकी थी।
सारवान सिंह पंधेर ने कहा कि किसान खनौरी में उत्पन्न स्थिति की समीक्षा करेंगे जहां हरियाणा पुलिसकर्मियों के साथ झड़प में एक युवा किसान की मौत हो गई। उन्होंने कहा, ‘हम पूरे मुद्दे पर चर्चा करेंगे और अगले फैसले की घोषणा शुक्रवार शाम को की जाएगी।’
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