मुंबई/ठाणे (भाषा)। मुंबई से करीब 100 किलोमीटर दूर मध्य रेलवे नेटवर्क पर स्थित कसारा और टीजीआर 3 रेलवे स्टेशन के बीच डाउन लाइन पर रविवार शाम को एक मालगाड़ी के सात डिब्बे पटरी से उतर गए। रेलवे अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि डिब्बों के पटरी से उतरने की घटना शाम छह बजकर 31 मिनट पर हुई। उन्होंने बताया कि इस घटना से कसारा से इगतपुरी खंड पर डाउन लाइन और मिड्ल लाइन पर यातायात सेवा प्रभावित हुयी।
मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शिवराज मानसपुरे ने सोशल मीडिया मंच ’एक्स’पर पोस्ट किया, ‘कसारा से टीजीआर-3 डाउन लाइन खंड पर रविवार को 18.31 बजे एक मालगाड़ी पटरी से उतर गई। जेएनपीटी/डीएलआईबी कंटेनर ट्रेन के दो डिब्बे पटरी से उतर गए। कसारा से इगतपुरी खंड के डाउन लाइन पर चलने वाली मेल एक्सप्रेस ट्रेन प्रभावित हैं और मिड्ल लाइन भी प्रभावित है। उपनगरीय लोकल ट्रेन सेवा प्रभावित नहीं हुई है।’
उन्होंने बताया कि इगतपुरी से कसारा के बीच अप लाइन पर यातायात प्रभावित नहीं हुआ है, जबकि कल्याण स्टेशन रोड एआरटी (दुर्घटना राहत ट्रेन) और इगतपुरी स्टेशन रेल एआरटी (दुर्घटना राहत ट्रेन) को दुर्घटना स्थल पर रवाना किया गया है। अधिकारियों ने कहा कि पटरी से उतरने की घटना इगतपुरी की ओर हुई है।
इस घटना की वजह से 12261 छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल (सीएसएमटी) हवाड़ा एक्सप्रेस को आसनगांव स्टेशन पर, 11401 सीएसएमटी-आदिलाबाद नंदीग्राम एक्सप्रेस को उंबरमाली रेलवे स्टेशन पर, 12105 सीएसएमटी-गोंदिया वृंदावन एक्सप्रेस को घाटकोपर स्टेशन पर और 12109 को सीएसएमटी-मनमाड पंचवटी एक्सप्रेस को विक्रोली स्टेशन पर रोकी गई हैं।
इनके अलावा रविवार को अपने गंतव्य को रवाना होने वाली कई रेलगाड़ियों का मार्ग परिवर्तन किया गया है जिनमें 17612 सीएसएमटी- नांदेड़ एक्सप्रेस , कल्याण-कर्जत-पुणे-दौंड-लातूर मार्ग के रास्ते जाएगी, 12105 सीएसएमटी-गोंदिया एक्सप्रेस, कल्याण-पुणे-दौंड-मनमाड के रास्ते, 12137 सीएसएमटी-फिरोजपुर पंजाब मेल, दिवा-वसई-उधना-जलगांव के रास्ते और 12289 सीएसएमटी- नागपुर दुरंतो एक्सप्रेस, दिवा-वसई-उधना-जलगांव के रास्ते अपने गंतव्य के लिये जाएंगी।
मध्य रेलवे की विज्ञप्ति के मुताबिक हादसे के समय चार मेल एक्सप्रेस ट्रेन कल्याण या उससे आगे के स्टेशन पर थीं, उनका मार्ग परिवर्तन नहीं किया जा सकता। विज्ञप्ति के मुताबिक, ‘कसारा से इगतपुरी एक थाल घाट खंड का हिस्सा है जिसमें 3 लाइनें हैं। मालगाड़ी के पटरी से उतरने की घटना डाउन लाइन (कसारा से इगतपुरी दिशा लाइन) पर हुई है। इसलिए, डाउन लाइन प्रभावित है। पटरी से उतरने से मिड्ल लाइन भी प्रभावित है।’
खबर लिखे जाने तक मालगाड़ी के सात डिब्बों को दुर्घटनास्थल से हटा दिया गया है।
मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी डॉ. शिवराज मानसपुरे ने कहा कि रेल मार्ग की मरम्मत का काम चल रहा है।
मानसपुरे ने कहा, ‘बेपटरी हुए सभी डिब्बों को दुर्घटनास्थल से हटा दिया गया है। शेष डिब्बों को वापस कसारा यार्ड ले जाने का काम जारी है।’ अधिकारी ने बताया कि कुछ ट्रेनों का मार्ग पहले परिवर्तित किया गया था लेकिन उन्हें अब अपने निर्धारित मार्ग पर बहाल कर दिया गया है।
उन्होंने कहा, ‘वे बिना किसी मार्ग परिवर्तन के अपने नियमित निर्धारित मार्ग पर चलेंगी।’
तमिलनाडु से चेन्नई जा रही मालगाड़ी के 10 डिब्बे रविवार देर रात चेंगलपट्टु में पटरी से उतरे
वहीं तमिलनाडु से चेन्नई जा रही एक मालगाड़ी के करीब 10 डिब्बे रविवार देर रात चेंगलपट्टु में पटरी से उतर गए। रेलवे अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि इस हादसे से एक्सप्रेस और लोकल रेलगाड़ियों की आवाजाही पर फिलहाल कोई असर नहीं पड़ा है। उन्होंने बताया कि पटरी की मरम्मत का काम किया जा रहा है।
बात चाहे मालगाड़ी की हो या यात्री गाड़ी की देखा जाय तो आज ट्रेन दुर्घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। आम जन इसका सबसे बड़ा कारण सरकार की सही रणनीति न होना मान रहे हैं। देखा जाय तो इससे पूर्व ओडिशा के बालासोर जिले में बीते 2 जून की शाम एक बड़ा रेल हादसा हुआ था जिसमें 288 लोग मारे गए, जबकि 12 सौ से अधिक लोगों को चोटें आयी थीं। यह दुर्घटना उस समय हुई थी जब कोरोमंडल एक्सप्रेस चेन्नई की ओर जा रही थी और ट्रेन की कई बोगियां ट्रैक से उतरकर दूसरे ट्रैक पर खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई। यात्री ट्रेन का इंजन मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गया। कोरोमंडल के कई डिब्बे पटरियों पर ही पलट गए। बगल वाले ट्रैक पर उसी समय बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस जा रही थी, जिसकी टक्कर ट्रैक पर पलटे कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बों से हो गई। जिसकी वजह से एक साथ तीन ट्रेनें हादसे का शिकार हो गई। यह घटना बालासोर जिले के बहंगा बाजार स्टेशन पर लूप पर खड़ी मालगाड़ी और स्टेशन पार कर रही तेज स्पीड यात्री गाड़ी को निकालने के लिए दिए गए सिग्नल में भ्रम की स्थिति बनने के चलते हुई। टक्कर इतनी तेज थी की बोगियां हवा में उछल कर दूर जाकर गिरी। यह भारत में अब तक के सबसे बड़े ट्रेन हादसों में तीसरा सबसे बड़ा हादसा माना जा रहा है। दोनों ट्रेनों के सत्रह डिब्बे गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए थे।
इसी प्रकार से बिहार के बक्सर जिले में 11 अक्टबूर की रात हुए ट्रेन हादसे में चार लोगो की मौत हो गयी थी। बिहार में दिल्ली-कामख्या ‘नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस’ के सभी डिब्बों के बेपटरी होने की संभावित वजह पटरियों में खामी थी। सूत्रों ने प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के हवाले से यह जानकारी दी थी। बक्सर जिले के रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के नजदीक रात में हुए इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हुए थे। रेलवे के छह अधिकारियों द्वारा हस्ताक्षरित रिपोर्ट में कहा गया, ऐसा प्रतीत होता है कि पटरी में खामी की वजह से ट्रेन बेपटरी हुई।
बिहार में ही एक और बड़ा रेल हादसा (Train Accident) दानापुर-बक्सर रेलखंड पर रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के समीप देर रात लगभग 9.45 बजे 12506 डाउन नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस बेपटरी होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस हादसे में ट्रेन के छह डिब्बे पटरी से उतर गए थे। एक डिब्बा दूसरे डिब्बे पर चढ़ गया था। भोजपुर के एसपी प्रमोद कुमार ने छह लोगों के मरने की पुष्टि की थी। वहीं रेलवे सूत्रों के हवाले से बताया गया था की 12 से अधिक डिब्बे पटरी से उतर गए थे। हादसे में करीब 100 की संख्या में यात्री घायल हुए थे।