मंगला सलोनी भोजपुरी की उम्दा लोकगायिका हैं। आज जब शोहरत और पैसे के लिए कलाकार शॉर्टकट रास्ता अपनाते हुए सस्ते और चलताऊ लोकगीत गाने से परहेज नहीं कर रहे है, ऐसे समय में मंगला सलोनी ने पारंपरिक लोकगीतों को गाते हुए अपनी एक जगह बनाई हैं। अपनी दादी के खजाने से इन्हें बेशुमार लोकगीत मिले हैं, जिन्हें सहेजने का काम ये लगातार कर रही हैं। अपर्णा ने उनसे बातचीत की। देखिए, चैनल को सब्सक्राइब कीजिए और शेयर भी कीजिए।