उन्होंने बताया कि पुलिस ने लड़की के पिता की शिकायत पर तालिब के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में मामला दर्ज किया है। सिंह के मुताबिक, शिकायत में लड़की के पिता ने आरोप लगाया है कि तालिब उसकी बेटी पर अदालत में लंबित मामले को वापस लेने के लिए दबाव डाल रहा था। उन्होंने बताया कि पिछले साल पुलिस ने तालिब को लड़की के यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार किया था, लेकिन बाद में उसे अदालत से जमानत मिल गई थी। सिंह ने कहा कि पुलिस फरार आरोपी की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है।
बलात्कार का केस वापस लेने का दबाव डालने पर पीड़िता ने खुदकुशी की
मुजफ्फरनगर (भाषा)। एक तरफ उत्तर प्रदेश सरकार यूपी में राम राज्य कायम है कहकर खुद की पीठ थपथपाती रहती है तो वहीं दूसरी तरफ प्रदेश में आए दिन लड़कियों के साथ होने वाली बलात्कार की घटनाएं प्रदेश सरकार के दावे की पोल खोलती नजर आती हैं। अभी बीएचयू का मामला शांत भी नहीं हुआ था […]
मुजफ्फरनगर (भाषा)। एक तरफ उत्तर प्रदेश सरकार यूपी में राम राज्य कायम है कहकर खुद की पीठ थपथपाती रहती है तो वहीं दूसरी तरफ प्रदेश में आए दिन लड़कियों के साथ होने वाली बलात्कार की घटनाएं प्रदेश सरकार के दावे की पोल खोलती नजर आती हैं। अभी बीएचयू का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि मुजफ्फरनगर जिले से सटे शामली में एक व्यक्ति के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराने वाली किशोरी ने कथित तौर पर मुकदमा वापस लेने का दबाव डाले जाने की वजह से जहर खाकर आत्महत्या कर ली। शामली के अपर पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह ने बुधवार को बताया कि यह घटना शामली जिले के झिंझाना थाना क्षेत्र के एक गांव में मंगलवार को हुई, जहां 16 वर्षीय कथित बलात्कार पीड़िता ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। सिंह के अनुसार, लड़की ने तालिब नाम के व्यक्ति के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया था, जो अदालत में लंबित है।