बलिया में वाम मोर्चा का कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन, सौंपा मांग पत्र
बलिया। बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी एवं प्रदेश में गिरती कानूनी व्यवस्था के खिलाफ वाम मोर्चा में शामिल सीपीएम, सीपीआई एवं भाकपा (माले) कार्यकर्ताओं ने सात सूत्रीय मांगों के लेकर बुधवार को रोडवेज से जुलूस निकाल कर जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचकर जोरदार प्रर्दशन किया। इसके बाद प्रधानमंत्री को सम्बोधित मांग पत्र नगर मजिस्ट्रेट को सौंपा।
बढ़ती महंगाई एवं बेरोजगारी पर मोदी सरकार को घेरा
भाकपा (माले) केन्द्रीय कमेटी के सदस्य श्रीराम चौधरी ने कहा कि मोदी सरकार की पूंजीवादी नीतियों के चलते देश में लगातार महंगाई तथा बेरोजगारी बढ़ रहीं है। सत्ता में आने से पहले महंगाई तथा बेरोजगारी पर लम्बे-लम्बे भाषण देने वाले भाजपा के नेता अपने राज में बेतहाशा बढ़ रही महंगाई पर चुप्पी साधे हुए हैं। सीपीएम के नेता रामकृष्ण यादव ने कहा कि भाजपा राज में फांसीवाद अपने चरम पर पहुंच गया है। लाल साहब ने कहा कि भाजपा राज में पुलिस भाजपा कार्यकर्ता बन कर रह गयी है। दलितों व महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार इसका उदाहरण है। इसी क्रम में अवधनारायन सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार देश के सामाजिक एवं सांस्कृतिक ताना-बाना को साम्प्रदायिक रंग देकर तोड़ रही है। इस अवसर पर बसन्त कुमार सिंह, नियाज अहमद, वशिष्ठ राजभर, भागवत विन्द, नागेन्द्र प्रसाद, लक्ष्मण यादव, शिवविलास शाह, जितेन्द्र पासवान, रघुबंश उपाध्याय, सुभाष यादव, भरत गोंड, विजय, रमानन्द गोड, लक्ष्मण पाण्डेय, रामजी सिंह, डॉ. बैजनाथ सिंह, युसुफ, राजेश गोंड, रमेश विन्द, जैनुद्दीन, सोमरिया राजभर, लीलावती देवी आदि मौजूद रहे।
प्रमुख मांगें
बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, जमाखोरी व कालाबाजारी पर रोक लगायी जाए।
डीजल-पेट्रोल तथा रसोई गैस के मूल्यों में की गयी भारी बढ़ोतरी को वापस लिया जाय।
सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं को दुरूस्त कर प्राइवेट अस्पतालों की मनमानी एवं लूट पर रोक लगायी जाय।
सभी जरूरतमन्दों को प्रति यूनिट 10 किग्रा अनाज के साथ ही खाद्य तेल, दाल, चीनी मुहैया कराया जाए।