उत्तर पूर्वी रेल्वे ज़ोन पर वाराणसी रेलवे डिवीजन के अंतर्गत आने वाले फेफना जंक्शन वाराणसी छपरा लाइन पर सिंगल ट्रेक लाइन रेलवे स्टेशन है। इस स्टेशन पर एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव नहीं होता। इस वजह से लोगों को ट्रेन पकड़ने के लिए यहाँ से दस किलोमीटर दूर बलिया स्टेशन जाना पड़ता है। समय और पैसा दोनों का भार यात्रियों पर पड़ता है।
एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव न होने से यह मामला धीरे-धीरे गरमाता जा रहा है। गुरुवार को क्षेत्रीय संघर्ष समिति के तत्वावधान में सैकड़ों लोग फेफना स्टेशन यह प्रदर्शन बाजार से भ्रमण करते हुए रेलवे स्टेशन पर धरना प्रदर्शन करने के लिए पहुंचे। इनके यहाँ पहुँचने पर आरपीएफ तथा जीआरपी के प्रभारियों ने आंदोलनकारियों को बाहर ही रोक दिया, इन्हें स्टेशन पर अंदर नहीं आने दिया। इसके बाद आंदोलनकारी प्लेटफार्म संख्या एक के बगल में टेंट लगाकर धरना पर बैठ गए। धरना स्थल पर पहुंचे डिविजन कमर्शियल इंचार्ज राजेंद्र शर्मा को ज्ञापन सौंपा गया।
क्षेत्रीय संघर्ष समिति विगत कई माह से फेफना जंक्शन रेलवे स्टेशन पर एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव, रेलवे क्रॉसिंग पर ऊपरगामी सेतु का निर्माण तथा वरिष्ठ नागरिकों को पहले जैसी सुविधाएं बहाल करने की मांग को लेकर आंदोलनरत है। उक्त मांगों को लेकर कई बार क्षेत्रीय संघर्ष समिति ने स्टेशन मास्टर फेफना को पत्रक भी सौंपा। बावजूद इसके रेलवे प्रशासन द्वारा कोई सार्थक पहल नहीं की गई।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार गुरुवार को क्षेत्रीय संघर्ष समिति के आह्वान पर सैकड़ों लोग पंचायत भवन फेफना पर एकत्र हुए और यहां से जुलूस के रूप में पूरे बाजार का भ्रमण करते हुए फेफना जंक्शन रेलवे स्टेशन पर पहुंचे। यहां आरपीएफ के प्रभारी बीके सिंह तथा जीआरपी के प्रभारी सुभाष चंद्र के नेतृत्व में भारी पुलिस बल ने आंदोलनकारियों को स्टेशन पर जाकर धरना प्रदर्शन करने से रोक दिया। कुछ देर तक उनकी आंदोलनकारियों से कहासुनी हुई। इसके बाद आंदोलनकारी प्लेटफार्म संख्या एक के बगल में टेंट लगाकर धरना पर बैठ गए। वहीं थानाध्यक्ष फेफना बृजमोहन सरोज के नेतृत्व में महिला पुरुष पुलिसकर्मी स्टेशन के बाहर मुस्तैद रहे।
क्षेत्रीय संघर्ष समिति के संयोजक जनार्दन सिंह ने कहा कि हमारी मांगे पूरी तरह से जायज़ है। जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी, तब तक यह आंदोलन अनवरत जारी रहेगा। इस मौके पर जनार्दन सिंह, प्रभुनाथ पहलवान, परमहंस सिंह, भरत राम, शिवजी, प्रहलाद मिश्र, रमेश गुप्ता, लक्ष्मीशंकर सिंह, जमाल आलम, बलिराम सिंह, देवकुमार चौबे,मदन सिंह, अवध यादव, समर बहादुर यादव, लखीचंद सराफ, शिवम् मोदनवाल, गरीबा राजभर, हरिशंकर गुप्ता, हरिशंकर कन्नौकिया, कन्हैया यादव, मुरली गुप्ता, हसन जावेद, मथुरा प्रसाद गुप्ता आदि मौजूद रहे। संचालन संतोष सिंह ने किया।