राजस्थान में मानवाधिक के सजग प्रहरी, अधिवक्ता और लेखक पीएल मिमरोठ अब हमारे बीच नहीं रहे। वे सेंटर फॉर दलित राइट्स के संस्थापक थे और दलित मानवाधिकारों को एक बड़े मुद्दे के रूप में उठाते रहे। उनके जाने से दलित मानवाधिकारों की वकालत करने वाला एक महत्त्वपूर्ण व्यक्तित्व नहीं रहा। यह एक अपूरणीय सामाजिक क्षति है। उनके प्रति हमारी विनम्र श्रद्धांजलि। इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता और लेखक विद्या भूषण रावत द्वारा पीएल मिमरोठ से लिया गया एक लम्बा साक्षात्कार का लिंक हम शेयर कर रहे हैं।
पहला भाग
दूसरा भाग
सामाजिक क्षेत्र में राजनीति से ज्यादा बड़ा योगदान किया जा सकता है
तीसरा और अंतिम भाग
अंबेडकरवादी विचार तो फैला है लेकिन दलितों का कोई बड़ा लीडर नहीं है