बलिया। दबंगों की पिटाई से घायल सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के लखनापार निवासी देवनारायण राजभर उर्फ़ देवा (17) की शुक्रवार शाम वाराणसी में इलाज के दौरान हुई मौत हो गई। देवा के मौत की सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। देवा का शव लेकर लोग गांव पहुंचे तो ग्रामीणों का रोष भड़क उठा। आक्रोशित ग्रामीणों ने सिकंदरपुर-नगरा मार्ग पर चक्का जाम कर दिया। सूचना पर पहुंची कई थानों की फोर्स ने ग्रामीणों को समझाकर जाम समाप्त कराया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। इसके बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण थाने पहुंच गए। नारेबाजी करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे।
देवा के परिजनों का आरोप है कि घटना के बाद ही पुलिस को नामजद तहरीर दी गई थी, लेकिन पुलिस मामले की लीपापोती करने में जुटी रही। केवल खानापूर्ति करके उस समय आरोपियों को छोड़ दिया। देवा की माँ कबूतरी देवी और भाई दिलावर राजभर ने आरोप लगाया कि घटना के दिन ही चार युवकों के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी गई थी। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ शांतिभंग का मुकदमा दर्ज कर चालान कर दिया था, जिससे आरोपियों की उसी दिन जमानत हो गई थी। थानाध्यक्ष सिकंदरपुर दिनेश पाठक ने कहा कि तहरीर के आधार मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। आरोपियों के गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही थी। एक आरोपी को जेल भेजा जा चुका है। जो भी वैधानिक कार्रवाई होगी की जाएगी। शेष आरोपियों की भी तलाश की जा रही है।
ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए गांव में पीएसी के साथ ही भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। इस संबंध में एसएचओ दिनेश पाठक ने बताया कि इस मामले में पहले ही कुछ लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा पंजीकृत है। दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद अन्य धाराएं बढ़ाई जाएंगी।
गौरतलब है कि लखनापार निवासी देवनारायण राजभर पुत्र मुन्ना किसी बात को लेकर रामपुर कटराई के युवकों के साथ बीते एक मई को कहासुनी हो गई थी। मौके पर मौजूद लोगों ने बीच-बचाव कर मामला रफा-दफा करवा दिया था। घटना के दो दिन बाद यानी 3 मई को देवा रामपुर कटराई निवासी लक्ष्मी गुप्ता के यहां खाना बनाने गया था। वहां से वह अपने गांव के ही अभिषेक राजभर के साथ वापस घर आ रहा था। रामपुर कटराई चट्टी के पास पहले से घात लगाए छह लोगों ने घेरकर उसकी लाठी-डंडे से पिटाई कर दी। इसी बीच, अभिषेक किसी तरह वहां से निकल भगा। गांव पहुंचकर उसने परिजनों को घटना की सूचना दी।
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गंभीर रूप से घायल देवा को लेकर परिजन सीएचसी सिकंदरपुर पहुंचे। देवा की गंभीर हालत को देखते हुए उसे जिला अस्पताल भेज दिया गया। जिला अस्पताल में भी देवा की हालत गंभीर होने पर परिजन उसे मऊ लेकर चले गए, जहां से चिकित्सकों ने उसे वाराणसी रेफर कर दिया। बीएचयू अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। शुक्रवार की शाम करीब सात बजे इलाज के दौरान देवा की मौत हो गई।