अमेठी में गांधी परिवार की राजनीतिक ताकत रहे, डॉक्टर संजय सिंह भाजपा में शामिल होकर, अमेठी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, क्या डॉक्टर संजय सिंह जीत कर अपनी राजनीतिक ताकत को ना केवल बरकरार रख पाएंगे बल्कि यह साबित भी करेंगे की अमेठी में गांधी परिवार डॉक्टर संजय सिंह की ताकत की वजह से चुनाव जीतते थे। डॉक्टर संजय सिंह का अमेठी विधानसभा सीट से चुनाव जीतना ही नहीं बल्कि अपनी राजनीतिक ताकत का एहसास कराने वाला चुनाव भी है। क्या संजय सिंह विधानसभा चुनाव जीत पर कांग्रेस को उनकी ताकत का एहसास करा पाएंगे।
संजय सिंह को बड़ी चुनौती समाजवादी पार्टी और कांग्रेस की तरफ से मिल रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेठी में चुनावी जनसभा को संबोधित किया जिसमें जन सैलाब का अभाव देखा गया, उम्मीद से कम जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सुनने के लिए आई।
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अब देखना होगा यदि राहुल गांधी अमेठी आते हैं तो उनके के रोड शो में कितना जन सैलाब उमड़ता है। तिलोई विधानसभा क्षेत्र तिलोई के मनकेश्वर सिंह का पारंपरिक क्षेत्र रहा है बल्कि राजा मान केसर सिंह का गढ़ रहा है। क्षेत्र से मनकेश्वर सिंह के पिता और बाद में मनकेश्वर सिंह विधानसभा का चुनाव जीत ते रहे हैं। वर्तमान विधानसभा मैं मनकेश्वर सिंह भाजपा से तिलोई विधानसभा सीट से विधायक हैं।
राजा मनकेश्वर सिंह को इस बार कांग्रेस के युवा नेता कांग्रेस के अमेठी जिला अध्यक्ष प्रदीप सिंघल बड़ी टक्कर दे रहे हैं। गांधी परिवार के नजदीक माने जाने वाले प्रदीप सिंघल, समाज सेवा के नाम पर राजा मनकेश्वर सिंह को भारी टक्कर देते हुए दिखाई दे रहे हैं।
भाजपा इस उम्मीद में है कि कांग्रेस को मुस्लिम गुर्जरों का एक तरफा मिलने वाला वोट का बंटवारा समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच में हो जाएगा क्योंकि समाजवादी पार्टी में मुस्लिम गुर्जर नेता नईम को अपना प्रत्याशी बनाया है।
क्या कांग्रेस अमेठी में राहुल गांधी की हार का बदला में ले पाएगी
मगर, युवा नेता अलीम का परिवार कांग्रेस मैं शामिल होकर पूरी ताकत के साथ मुस्लिम गुर्जरों का मत कांग्रेस को दिलाने में जुट गया है। अलीम के दादा भी इस क्षेत्र से विधायक रहे हैं इसलिए अलीम के परिवार का गुर्जर मुस्लिम मतदाताओं पर गहरा प्रभाव है। कांग्रेस के जिला महामंत्री एडवोकेट मौलाना इशरत भी, प्रदीप सिंघल के साथ जी जान से जुटे हुए हैं।
संजय गांधी युग से कांग्रेस के साथ रहे वकील इशरत का तिलोई विधानसभा क्षेत्र मैं खासा प्रभाव है। पासी मतदाताओं पर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश सदस्य रजवाड़ी का भी अपना बड़ा प्रभाव है। रजवाडी भी प्रदीप सिंघल के साथ पूरी ताकत के साथ लगे हुए हैं ! ऐसे में क्या राजा मनकेश्वर सिंह, अपनी राजनीतिक ताकत को विधानसभा चुनाव जीतकर बरकरार रख पाएंगे, इसका जवाब तो 10 मार्च को चुनाव परिणाम आने पर मिलेगा।