उत्तर प्रदेश में दलितों के अपमान की दो अत्यधिक घृणित घटनाएं घटी हैं। इस तरह की एक घटना में 19 साल के एक युवक को केवल इसलिए पीटा गया क्योंकि उसने उच्च जाति के एक व्यक्ति की प्लेट को छू लिया था। यह घटना एक विवाह समारोह में हुई। दलित युवक भी विवाह समारोह में आमंत्रित था। उसने एक उच्च जाति के व्यक्ति की खाने से भरी प्लेट को छू लिया। जैसे ही उसने प्लेट को छुआ उसकी पिटाई प्रारंभ हो गई। उस दौरान कुछ लोगों के हस्तक्षेप से मामला शांत हो गया और दलित युवक अपने घर चला गया।
परंतु कुछ देर के उच्च जाति का व्यक्ति कुछ लोगों के साथ दलित के घर पहुंचा और दुबारा उसकी पिटाई प्रारंभ कर दी। जब दलित की बहिन समेत उसके परिवार के लोगों ने बीच-बचाव करने की कोशिश की तो उनकी भी पिटाई कर दी गई। यह घटना लखनऊ जिले की है।
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इसी तरह कानपुर देहात के इलाके में दलितों की बारात पर जबरदस्त हमला कर दिया गया। हुआ यह कि गांव में दलितों की बारात जा रही थी। उसी समय उच्च जाति की बारात भी निकली। उच्च जाति के बारातियों ने जोर दिया कि उनकी बारात दलितों की बारात के आगे जाएगी। दलितों ने यह मांग मंजूर नहीं की। जब उच्च जाति के बारातियों को यह बात पता लगी तो वे दलित परिवार के विवाह समारोह के लिए लगाए गए मंडप में घुस गए और जो मिला उसे पीटने लगे। वे उस गेस्ट हाउस में भी घुस गए जहां दलित परिवार के बारातियों के ठहरने का इंतजाम किया गया था। गेस्ट हाउस में घुसने के लिए उच्च जाति के लोगों ने गेस्ट हाउस के दरवाजे भी तोड़ डाले।
सारे घटनाक्रम का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें उच्च जाति के लोग हाथों में तलवारें और लाठियां लिए नजर आ रहे हैं। पुलिस ने इस घटना के संबंध में दस लोगों को गिरफ्तार किया है। जिन्हें गिरफ्तार किया गया है उनके नाम हैं दिग्विजय सिंह, रामचन्द्र, भगवान सिंह, अनुराग सिंह, सचिन सिंह, शिवम सिंह, दीपक सिंह, इंद्रजीत, कल्लू और चंदन।
एलएस हरदेनिया भोपाल स्थित वरिष्ठ पत्रकार हैं।
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