नयी खेती शीर्षक कविता संग्रह के प्रकाशित होने के पहले रमाशंकर यादव ‘विद्रोही’ प्राय: एक गुमनाम कवि की जिंदगी जी रहे थे। ‘विद्रोही’ के आलोचक… Read More...
जो लोग विद्रोही को केवल एक कवि के रूप में जानते हैं मैं उन्हें विद्रोही की एक दूसरी झलक दिखाना चाहता हूँ। जब वे एक क्रान्तिकारी छात्र-नेता… Read More...
विद्रोही पर लेख लिखने की शुरुआत उन पर बनी फिल्म मैं तुम्हारा कवि हूँ देखने के बाद हुई। फिल्म देखने के बाद लगातार 2-3 दिन तक डिस्टर्ब रही, और… Read More...
दलित, पिछड़ा और आदिवासी होने का मतलब क्या है, इसे समझने के लिए इन समुदायों का होना आवश्यक है। यह मुमकिन ही नहीं है कि कोई ऊंची जाति का हो,… Read More...
वैसे तो यह कोई असामान्य बात नहीं है। घर का मुखिया जो भी काम करे, उसके परिजन उसी हिसाब से सोचते-विचारते हैं। घर का मुखिया यदि पायलट होगा तो… Read More...