Friday, March 29, 2024
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मीडिया वार्षिकी 2023 : पत्रकारों की अभिव्यक्ति पर चाबुक दर चाबुक

एक और वर्ष अब इतिहास में तब्दील होने की अंतिम पायदान पर खड़ा है। इस वर्ष में बहुत कुछ ऐसा भी विघटित हुआ है...

पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव: कोलकाता HC ने दी SEC को अवमानना ​​कार्यवाही की चेतावनी

हिंसा के लिए ममता ने ठहराया माकपा, SFI को दोषी पश्चिम बंगाल। कोलकत्ता उच्च न्यायालय ने संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान करने और केंद्रीय बलों...

लोकतांत्रिक आस्था पर राज्याभिषेक का उत्सव

गत 23 मई (2023) को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संसद के नए भवन का उद्घाटन किया। यह भवन पुराने भवन की तुलना में कहीं...

सामाजिक ताने-बाने के साथ खेलती सोशल मीडिया

हाल के दिनों में सोशल मीडिया जनमत और प्रचलित सामाजिक विमर्श को प्रभावित करने का एक शक्तिशाली साधन बन गया है। कम कीमत, व्यापक...

राम के सहारे विध्वंसक राजनीति

जो लोग भड़ककर पहला पत्थर फेंकते हैं उनकी भूमिका को भी कम करके नहीं आंका जा सकता, परंतु मुद्दा यह है कि त्योहारों और जुलूसों का उपयोग कुटिलतापूर्वक हिंसा भड़काने के लिए किया जाता है। इसका नतीजा होता है ध्रुवीकरण और साम्प्रदायिक पार्टी की ताकत में बढ़ोत्तरी। येल विश्वविद्यालय के एक शोध प्रबंध के अनुसार, 'दंगों से नस्लीय ध्रुवीकरण होता है जिससे नस्लीय-धार्मिक पार्टियों को कांग्रेस की कीमत पर लाभ होता है...।

मीडियाकर्मियों की सुरक्षा के लिए नहीं उत्पीड़कों को प्रोत्साहित करने के लिए बना है ‘मीडियाकर्मी सुरक्षा कानून’

पत्रकार सुरक्षा अधिनियम के नाम पर छत्तीसगढ़ सरकार ने अपनी सरकार के अंतिम छमाही में छत्तीसगढ़ राज्य मीडिया कर्मी सुरक्षा अधिनियम 2023 के नाम...

कन्हैया के कातिल ये दोनों ही नहीं और भी हैं…

आसिफ़ा के बलात्कार और हत्या के आरोपियों के पक्ष में जिन्होंने तिरंगा यात्रा निकाली थी, जो इस तिरंगा यात्रा के पक्ष में तर्क दे...

आदिवासी समाज का राष्ट्रपति, ज़रूरत या सियासत

देश को पहली बार आदिवासी समाज से राष्ट्रपति मिलने जा रहा है, मीडिया में इसे भारतीय जनता पार्टी के एक महत्वपूर्ण कदम के रूप...

मेरे मुल्क के हुक्मरान (डायरी 13 जून, 2022) 

भारत में मानवाधिकारों की धज्जियां उड़ायी जा रही हैं। न्यायपालिका को यह संदेश दिया जा रहा है कि कार्यपालिका जो चाहे वह कर सकती...

कश्मीर में हिंसा के दौर के बीच कुछ ज़रूरी सवाल

एक तरफ मोदी सरकार के आठ साल की उपलब्धियों के गौरवगान में उनके मंत्री और मीडिया व्यस्त हैं दूसरी तरफ, कश्मीर घाटी आतंकवादी हिंसा...

नफ़रत की सियासत और विमर्श की चुनौतियाँ

हम सभी के पास कुछ धारणाएं हैं जिन्हें हमने मीडिया के सहयोग से विकसित किया है, इस लेख में ऐसे ही कुछ धारणाओं को...

साम्राज्यवाद-विरोधी संघर्ष में विश्व-मीडिया की भूमिका निष्पक्ष नहीं है

तेलुगु के क्रांतिकारी कवि वरवर राव के जन्मदिन पर विशेष  वर्तमान समय में खासकर तीसरी दुनिया में जो जनान्दोलन चल रहे हैं, उनके बारे में...

सीमित संसाधनों के साथ चुनौतीपूर्ण कार्य है ग्रामीण पत्रकारिता

भारत की अधिकांश आबादी आज भी गांवों में बसती है। ग्रामीण भारत के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में प्राचीन भारतीय संस्कृति के विभिन्न रूपों में देखा...

नहीं रहे हिन्दी के मूर्धन्य कवि-गद्यकार और संपादक भारत यायावर

झारखण्ड के हजारीबाग में रहने वाले 66 वर्षीय सुप्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार, संपादक और वरिष्ठ कवि भारत यायावर का शुक्रवार को निधन हो गया है।...

सरकार जनता से डरी हुई है इसलिए आंदोलनों को बेरहमी से कुचल देना चाहती है

बनारस में जातिगत जनगणना और किसान आन्दोलन जैसे विभिन्न मुद्दों को लेकर जाने-माने अधिवक्ता और सामाजिक चिंतक प्रेम प्रकाश सिंह यादव बहुत दिनों से...

सत्ता और जनसत्ता (डायरी, 13 अक्टूबर 2021)

जीवन को लेकर मेरी एक मान्यता है। यह मान्यता विज्ञान पर आधारित है। मेरी मान्यता है कि ब्रह्मांड में कुछ भी स्वतंत्र  नहीं है।...

आयुष्मान कैसे भव ?

अमेरिका स्वास्थ पर एक साल में अपने लोगों पर 3 लाख 38 हज़ार करोड़ डॉलर=2करोड़ 44 लाख 19हज़ार करोड़ रुपये खर्च करता है और...

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