पिंडरा तहसील पर संयुक्त किसान मोर्चा, वाराणसी ने वादाखिलाफी प्रतिकार दिवस मनाया। राष्ट्रपति को सभा का संबोधित ज्ञापन सौंपा। सभा को रामजनम, अफलातून, लक्ष्मण प्रसाद मोर्या, रामजी सिंह, श्यामलाल, चौधरी राजेन्द्र, कृपा वर्मा, अमरनाथ राजभर प्रज्ञा सिंह आदि नेताओं ने सम्बोधित किया।
भारत सरकार द्वारा संयुक्त किसान मोर्चा की केंद्रीय समिति को 9 दिसंबर 2021 को लिखे गए पत्र में न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए कमेटी बनाने, किसान आंदोलन के दौरान लिखे गए सभी फर्जी मुकदमे वापस लेने, किसान आंदोलन में जान गंवाने वाले सभी(700 से अधिक)किसान परिवारों को मुआवजा देने आदि विभिन्न विषयों को लेकर जो आश्वासन दिया गया था, वह आज तक पूरा नहीं हुआ। इसलिए संयुक्त किसान मोर्चा ने 31 जनवरी 2022 को पूरे देश में वादाखिलाफी प्रतिकार दिवस मनाने का निर्णय लिया है। कोरोना नियमों का पालन करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा वाराणसी इकाई ने उपजिलाधिकारी पिण्डरा कार्यालय पर निम्नलिखित मांग करते हुए धरना प्रदर्शन किया-
1-न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए कमेटी में नामों की घोषणा कर कार्यवाही आगे बढ़ाई जाए।
2-किसान आंदोलन के दौरान किसानों एवं किसान नेताओं पर लिखे गए फर्जी मुकदमे वापस लिए जाएं।
3-किसान आंदोलन के दौरान जांन गंवाने वाले सभी (700 से ज्यादा) किसान परिवारों को मुआवजा दिया जाए।
4-लखीमपुर खीरी हत्याकांड के साजिशकर्ता केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर उनके खिलाफ मुकदमा लिख कर गिरफ्तार किया जाए।