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प्रधानमंत्री के आदर्श ग्राम नागेपुर में बुनकरों ने चरखा और हथकरघा जलाने की दी चेतावनी

महासम्मेलन में बुनकरों ने फ्लैट रेट पर बिजली की माँग को लेकर किया प्रदर्शन मिर्जामुराद। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में सैकड़ों बुनकरों ने मुर्री बन्द कर फ्लैट रेट पर बिजली की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन किया किया। बुनकर साझा मंच, दिहाड़ी मजदूर संगठन व लोक समिति के संयुक्त तत्वावधान में प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम नागेपुर […]

महासम्मेलन में बुनकरों ने फ्लैट रेट पर बिजली की माँग को लेकर किया प्रदर्शन

मिर्जामुराद। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में सैकड़ों बुनकरों ने मुर्री बन्द कर फ्लैट रेट पर बिजली की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन किया किया। बुनकर साझा मंच, दिहाड़ी मजदूर संगठनलोक समिति के संयुक्त तत्वावधान में प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम नागेपुर में बुनकर महासम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमे मिर्जामुराद के नागेपुर, बेनीपुर, कुण्डरीया, कल्लीपुर, इस्लामपुर, जंसा, नई बस्ती, गनेशपुर, मेहदीगंज, हरसोस आदि गांव से आये सैकड़ों बुनकर एकत्रित होकर सभा की, बुनकरों ने बढ़े बिजली दाम व सरकार के वादा खिलाफी के विरोध में नारे लगाये।

आक्रोशित बुनकरों ने कहा कि फ्लैट बिजली की मांग को लेकर बुनकर लगातार विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं, इसके बावजूद सरकार उनकी मांगों की अनदेखी कर रही है। विवश होकर लाखों बुनकर भुखमरी के कगार पर खड़े हैं। बुनकरों ने कहा कि अगर उनकी मांगों को जल्द पूरा नही किया तो विवश होकर तानी बानी के साथ साड़ी का सामान जलाने को मजबूर होंगे। उन्होंने सरकार को चेताया कि अगर बनारस में आयोजित जी 20 सम्मेलन के पहले उनकी माँग को पूरा नही किया गया तो वे जी 20 सम्मेलन के दौरान मुर्री बन्द कर सम्मेलन का बहिस्कार करेंगे। बुनकरों ने कहा कि कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी से पैदा हुए आर्थिक संकट के कारण बुनकर पहले ही भुखमरी और फाकाकशी पर मजबूर हो गए हैं। बुनकरों के सामने पेट पालने के लिए घर के जरूरी सामान और पॉवरलूम को कबाड़ के भाव बेचने जैसी नौबत आ गयी है। ऐसे में बढ़ी हुई बिजली की दरें बुनकर समाज की आर्थिक स्थिति और बदहाल कर देगी। तंगहाल बुनकरों ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से सरकार से बुनकरों को फ्लैट रेट पर बिजली उपलब्ध कराने, बुनकरों के बकाया बिल व कर्जे माफ करने,बुनकरों को दवा,राशन,पेंशन, आवास जैसे बुनियादी सुविधाओं को उपलब्ध कराने की गुहार लगायी है।

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लोक समिति संयोजक नन्दलाल मास्टर ने कहा कि बनारस के बुनकर पिछले कई दिन से मुर्री बन्द करके विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। बनारस की संस्कृति, हस्तशिल्प और बुनकरों की आजीविका को बचाना बेहद जरूरी है। समाजसेवी मनीष शर्मा ने कहा कि कोरोना महामारी से परेशान लाखों बुनकरों को तत्काल सरकार की तरफ से आर्थिक सहायता दी जाय। बुनकर नेता बोदा भाई ने मांग किया कि बुनकरों को फिक्स रेट पर बिजली दी जाय और जिन बुनकरों के खिलाफ भी आरसी जारी हुई है उसे वापस लिया जाए।

महासम्मेलन में बुनकर बचाओं संघर्ष समिति का गठन किया गया जिसमें सर्वसम्मति से अध्यक्ष को जटाशंकर, उपाध्यक्ष असफाक अहमद, सचिव राजेश, कोषाध्यक्ष जय प्रकास, सूचना मंत्री आशीष मौर्य और संगठन मंत्री भृगुनाथ को चुना गया। कार्यक्रम में विनोद, मुकेश कुमार, बाबूलाल, सुरेन्द्र, राजेन्द्र, प्रभुनारायण, विजय मौर्य, बृजकुमार, पंचम, सदानन्द, रामसूरत, तारादेवी, शान्ति, रीता, रामदेई, ओमप्रकाश, पप्पू, छोटे, लालबहादुर, धर्मेन्द्र, संतोष कुमार, श्यामसुन्दर मास्टर, सुनील, राम बचन, अमित, सुनील, अनीता, सोनी, आशा, सरोज, ग्राम प्रधान राजेंद्र पटेल, शकील अहमद आदि लोग रहे। धरने का नेतृत्व लोक समिति संयोजक नन्दलाल मास्टर, अध्यक्षता शिवशंकर पटेल तथा संचालन दिहाड़ी मजदूर संगठन के संयोजक रामबचन ने किया।

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